इंदौर/ग्वालियर। मध्य प्रदेश के इंदौर में एक निजी फर्म के मालिक और एक अन्य व्यक्ति को GST में फर्जीवाड़े के आरोप में गिरफ्तार किया गया है. केंद्रीय जीएसटी आयुक्तालय के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि "इनपर जीएसटी के तहत 12 करोड़ रुपए से अधिक के इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाने के लिए फर्जी बिलों का इस्तेमाल करने का आरोप है." अधिकारी ने कहा "फर्म खाद्यान्न की खरीद और बिक्री में शामिल है. उसने फर्जी बिल प्रस्तुत किए और 12 करोड़ रुपये से अधिक के इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाया."
बोगस बिल के साथ चालान भी बनाए: इंदौर में फर्जी जीएसटी रजिस्ट्रेशन सत्यापन अभियान के दौरान यह कर्रवाई की गई. फर्म बनाकर बोगस इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) हासिल करने पर यह कारवाई की गई. दिनेश राठौर और आशीष अग्रवाल नाम के आरोपी फर्जी आईटीसी पास करने और बोगस बिल के साथ चालान भी बना रहे थे. सह-आरोपी ने कथित तौर पर गुजरात स्थित एक दलाल के माध्यम से कंपनी के मालिक को फर्जी फर्मों के फर्जी बिल मुहैया कराता है. उसे 2021 में जीएसटी धोखाधड़ी के इसी तरह के एक मामले में भी गिरफ्तार किया गया था. वर्तमान मामले में एक विस्तृत जांच चल रही है.
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ग्वालियर में लापता बच्चे स्कूल में मिले: मुरार थाना क्षेत्र के निबुआ पुरा में रहने वाले 3 स्कूली छात्र घर के बाहर खेलते वक्त अचानक लापता हो गए. परिजनों ने उन्हें अपने स्तर पर काफी ढूंढने की कोशिश की लेकिन सफलता नहीं मिली. तब परिजनों ने इसकी शिकायत थाने में की, जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लिया. जब पुलिस और परिजनों ने देर रात तक बच्चों की तलाश की तो तीनों बच्चे शासकीय स्कूल छावनी क्षेत्र में स्थित एक स्कूल परिसर में सोते मिल गए. तीनों बच्चे खेलते हुए स्कूल में पहुंच गए थे और रास्ता भटक गए थे. इसके बाद पुलिस ने बच्चों को माता-पिता के सुपुर्द कर राहत की सांस ली है.