इंदौर। शहर में एक बार फिर बड़े आउटलेट की डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने के नाम पर धोखाधड़ी की वारदात हुई. इंदौर निवासी द टी फैक्ट्री के डायरेक्टर ने गुड़गांव सहित देश के अलग-अलग शहरों में डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने के लिए लाखों रुपए लिए. जब काफी दिनों तक डिस्ट्रीब्यूटरशिप नहीं मिली तो राशि जमा करने वालों ने आपत्ति दर्ज कराई. अब पीड़ित विभिन्न थानों पर घूम रहे हैं लेकिन किसी तरह की कोई सुनवाई नहीं हो रही है. मामला इंदौर के विजय नगर थाना क्षेत्र का है.
डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने का विज्ञापन : विजयनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले शशांक शर्मा ने सोशल मीडिया के माध्यम से एमबीए चाय वाले की तर्ज पर द टी फैक्ट्री ग्रुप से इंस्टाग्राम के माध्यम से डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने के लिए एक विज्ञापन जारी किया. विज्ञापन की जानकारी गुड़गांव सहित हरियाणा व चेन्नई व अन्य जगहों के युवकों को लगी तो उन्होंने शशांक से संपर्क किया. गुड़गांव के रहने वाले युवक नरेंद्र कुमार वशिष्ठ ने करीब 16 लाख रुपए से अधिक रुपए डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने के लिए जमा किए. नरेंद्र को यह भी आश्वासन दिया कि दिल्ली-एनसीआर सहित आसपास के क्षेत्रों में वही फ्रेंचाइजी वितरित करेंगे.
दिल्ली-एनसीआर में दी फ्रेंचाइजी : शिकायतकर्ता के अनुसार जब दिल्ली में एक जगह आउटलेट खुला और डायरेक्टर शशांक शर्मा से बात की गई तो उनका कहना था कि हम डायरेक्ट भी डिस्ट्रीब्यूटरशिप और फ्रेंचाइजी दे सकते हैं. लेकिन नरेंद्र का कहना है कि जब शशांक शर्मा से डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेने के लिए बात हुई तो उनका कहना था कि उनके अलावा किसी को शामिल नहीं करेंगे. लेकिन जिस तरह से उन्होंने खुद ने ही आउटलेट दे दिए, उससे उसे काफी नुकसान हो गया. जब नरेंद्र ने अपने रुपए मांगे तो वह भी देने से मना कर दिया. पीड़ित ने मामले की शिकायत विजय नगर थाने पर की लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
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पुलिस की जांच जारी : उसके बाद पीड़ित ने इंदौर के पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात कर शिकायत आवेदन पत्र दिया. वहीं डिस्ट्रीब्यूटरशिप देने वाले शशांक शर्मा का कहना है कि उन्होंने एग्रीमेंट के तहत गुड़गांव के रहने वाले युवक सहित अन्य जगहों पर फ्रेंचाइजी और डिस्ट्रीब्यूटरशिप दी है. जो भी व्यक्ति हमारे ऊपर आरोप लगा रहा है, वह गलत आरोप है. वहीं इस पूरे मामले में डीसीपी अभिषेक आनंद का कहना है कि फरियादी ने एक आवेदन दिया है और उसकी जांच की जा रही है. जांच के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.