इंदौर। शहर की देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में पिछले कई सालों से निर्माण कार्यों के लिए लगातार प्रस्ताव रखी जा रहे हैं. वहीं यह प्रस्ताव कमेटी ने स्वीकृत किए जाने के बावजूद विश्वविद्यालय में निर्माण कार्य नहीं शुरू हो पा रहे हैं. इस पूरे मामले में विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ रेणु जैन का कहना है कि फंड की कोई कमी नहीं है. विश्वविद्यालय केवल 25 लाख रुपए की लागत तक की निर्माण कर सकता है. इससे अधिक की लागत के निर्माण की अनुमति गवर्नमेंट एजेंसी पीआईयू के पास है.
विश्वविद्यालय निर्माण कार्य के लिए केवल 25 लाख तक की ही राशि का इस्तेमाल कर सकता है. 25 लाख से अधिक की राशि के निर्माण कार्यों के लिए पीआईयू जिम्मेदार है. वहीं पीआईयू द्वारा निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं किया गया है. पहले में पीआईयू को विश्वविद्यालय में हॉस्टल और लाइब्रेरी निर्माण कार्य का टेंडर दिया गया था. पर यह काम अब तक भी शुरू नहीं हो पाए है. जिसके साथ ही कई टेंडर भी पीआईयू को जारी होना है. पहले के काम ही शुरू नहीं होने के चलते विश्वविद्यालय के सामने असमंजस की स्थिति बनी हुई है.