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NRI के फर्जी दस्तावेज बनाकर बेचा प्लॉट, 7 आरोपियों पर केस दर्ज

अमेरिका में रहने वाले इंदौर के निवासी दिनेश मित्तल के फर्जी दस्तावेज बनाकर 7 लोगों ने उसका प्लॉट बेच दिया. यह मामला 2009 का है.

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Published : Mar 23, 2021, 5:25 PM IST

Police Station
पुलिस स्टेशन

इंदौर। फर्जी दस्तावेज के आधार पर एक एनआरआई व्यक्ति का प्लांट बेचने का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस के मुताबिक अमेरिका में रहने वाले दिनेश मित्तल का इंदौर में एक प्लॉट था. जिसे मृत घोषित कर एक वकील समेत सात आरोपियों ने उसे बेच दिया. पुलिस ने पूरे मामले में आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

  • 2009 का है मामला

दरअसल, एनआरआई दिनेश मित्तल अमेरिका के एक आईटी कंपनी में कंसलटेंट के पद पर काम करते हैं. थाना प्रभारी राहुल शर्मा के मुताबिक यह मामला वर्ष 2009 का है और इस प्रकरण में आरोपी सीमा, महेश चौरसिया, अजीत जैन, निर्मल, सुरेश भारती के साथ ही नोटरी वकील डीपी मिश्रा शामिल हैं, सभी के खिलाफ एरोड्रम पुलिस ने 420, 467, 468 के तहत मामला दर्ज किया है.

जमानत के लिए लगाए फर्जी दस्तावेज, जांच के बाद FIR दर्ज

  • जिलाधिकारी ने भी की कार्रवाई

इस मामले की जिलाधिकारी ने भी बारीकी से पड़ताल की है. जांच में पता चला है कि इस पूरे प्रकरण की मास्टरमाइंड सीमा पांचाल है, जिसने नगर निगम से दिनेश मित्तल का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया था, जो 20 जुलाई 2013 को तैयार किया गया था जबकि मित्तल के नाम से नवंबर 2009 में फर्जी वसीयत बनाई गई थी. इस पर सीमा ने ही उक्त प्लॉट को अपना बताकर महेंद्र चौरसिया को 24 लाख 75 हजार रुपए में बेच दिया था.

इंदौर। फर्जी दस्तावेज के आधार पर एक एनआरआई व्यक्ति का प्लांट बेचने का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस सात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस के मुताबिक अमेरिका में रहने वाले दिनेश मित्तल का इंदौर में एक प्लॉट था. जिसे मृत घोषित कर एक वकील समेत सात आरोपियों ने उसे बेच दिया. पुलिस ने पूरे मामले में आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है.

  • 2009 का है मामला

दरअसल, एनआरआई दिनेश मित्तल अमेरिका के एक आईटी कंपनी में कंसलटेंट के पद पर काम करते हैं. थाना प्रभारी राहुल शर्मा के मुताबिक यह मामला वर्ष 2009 का है और इस प्रकरण में आरोपी सीमा, महेश चौरसिया, अजीत जैन, निर्मल, सुरेश भारती के साथ ही नोटरी वकील डीपी मिश्रा शामिल हैं, सभी के खिलाफ एरोड्रम पुलिस ने 420, 467, 468 के तहत मामला दर्ज किया है.

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  • जिलाधिकारी ने भी की कार्रवाई

इस मामले की जिलाधिकारी ने भी बारीकी से पड़ताल की है. जांच में पता चला है कि इस पूरे प्रकरण की मास्टरमाइंड सीमा पांचाल है, जिसने नगर निगम से दिनेश मित्तल का फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया था, जो 20 जुलाई 2013 को तैयार किया गया था जबकि मित्तल के नाम से नवंबर 2009 में फर्जी वसीयत बनाई गई थी. इस पर सीमा ने ही उक्त प्लॉट को अपना बताकर महेंद्र चौरसिया को 24 लाख 75 हजार रुपए में बेच दिया था.

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