होशंगाबाद। कोरोना महामारी जिले में लगातार अपने पैर पसार रही है, हर दिन नए मामले सामने आ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ लोग अपनी जान की परवाह किए बिना बीपीएल कार्डधारक 1 लाख लोग सड़क पर उतर रहे हैं. बड़ी संख्या में अनाज लेने के नाम पर एक जगह पर इकट्ठे हो रहे हैं. ऐसे समय में प्रशासन मूकदर्शन बना देख रहा है.
होशंगाबाद जिले कोरोना पीड़ितों का आकड़ा 21 तक पहुंच गया है, जबकि सैकड़ों संदिग्धों को होम क्वारेंटाइन रहने को कहा गया है. इस बीच रोज कमाकर खाने वाले लोगों के सामने परेशानी खड़ी हो गई है. सरकार द्वारा पहले ही तीन माह का राशन बांट दिया गया है. एक बार फिर से राशन की दुकानें गरीब लोगों के लिये खोल दी गई है.
मुफ्त राशन वितरण होने की जानकारी मिलते ही उचित मूल्य की दुकानों पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए, ऐसी स्थिति में दुकानों के बाहर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा, जोकि न ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं और न ही मास्क लगाए हुए हैं. इस महामारी में जहां लगातार नए मरीज मिलते जा रहे हैं, ऐसे में इस तरह से इन मजदूरों का इकठ्ठा होना किसी खतरे से खाली नहीं है.
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत प्रत्येक सदस्य को 5 किलो चावल दिया जा रहा है. सामाजिक सुरक्षा पोर्टल पर दर्ज परिवार के सदस्य राशन लेने के लिए जिंदगी दांव पर लगाने को तैयार हैं, प्रधानमंत्री परिवार कल्याण योजना के नाम पर करीब 1 लाख 97 हजार लोगों की जान जोखिम में डाल रहे हैं. जिले की 443 राशन केंद्रों पर मुफ्त में राशन गरीबों को वितरित किया जा रहा है.