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सांसद के आदर्श गांव में स्कूल में नहीं है कोई सफाईकर्मी, प्रिंसिपल को करना पड़ता है टॉयलेट क्लीन

होशंगाबाद। सांसद राव उदय प्रताप के गोद लिए आदर्श गांव सांगाखेड़ा अव्यवस्थाएं ही अव्यवस्थाएं हैं. आदर्श गांव में स्कूल में पढ़ाने वाले प्राचार्य को ही टॉयलेट की साफ सफाई करनी पड़ रही है. कहने को तो एक्सीलेंस स्कूल है, लेकिन सांसद के आदर्श गांव में आलम ये है कि टॉयलेट साफ करने के लिए सफाईकर्मी तक नहीं है.

होशंगाबाद
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Published : Apr 18, 2019, 11:03 PM IST

होशंगाबाद। सांसद राव उदय प्रताप के गोद लिए आदर्श गांव सांगाखेड़ा अव्यवस्थाएं ही अव्यवस्थाएं हैं. आदर्श गांव में स्कूल में पढ़ाने वाले प्राचार्य को ही टॉयलेट की साफ सफाई करनी पड़ रही है. कहने को तो एक्सीलेंस स्कूल है, लेकिन सांसद के आदर्श गांव में आलम ये है कि टॉयलेट साफ करने के लिए सफाईकर्मी तक नहीं है.

सांसद राव उदय प्रताप द्वारा गोद लिए आदर्श गांव सांगा खेड़ा

जिले के कन्या माध्यमिक स्कूल में रामरतन सिंह तोमर प्राचार्य हैं. स्कूल में सफाईकर्मी नहीं होने की वजह से उन्हें खुद ही टॉयलेट साफ करना पड़ता है. सांसद जी ने सांगाखेडा में एक्सीलेंस स्कूल तो बनवा दिया है, लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है. स्कूल में करीब दौ से अधिक छात्राएं पढ़ती हैं. इसके बावजूद पंचायत और शिक्षा विभाग स्कूल में सफाईकर्मी को नियुक्ति नहीं कर पाया है, लिहाजा स्कूल के प्राचार्य को ही सफाई करनी पड़ती है.

प्राचार्य रामरतन सिंह तोमर ने कहा कि स्कूल में सफाई व्यवस्था के लिए ग्राम पंचायत से भी कोई सुविधा नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि शिक्षक होकर यदि स्कूल को स्वच्छ नहीं रखेंगे तो इसे कौन रखेगा. उन्होनें कहा कि उनके इस काम से बच्चों को भी स्वच्छता के प्रति सीख मिलेगी.

होशंगाबाद। सांसद राव उदय प्रताप के गोद लिए आदर्श गांव सांगाखेड़ा अव्यवस्थाएं ही अव्यवस्थाएं हैं. आदर्श गांव में स्कूल में पढ़ाने वाले प्राचार्य को ही टॉयलेट की साफ सफाई करनी पड़ रही है. कहने को तो एक्सीलेंस स्कूल है, लेकिन सांसद के आदर्श गांव में आलम ये है कि टॉयलेट साफ करने के लिए सफाईकर्मी तक नहीं है.

सांसद राव उदय प्रताप द्वारा गोद लिए आदर्श गांव सांगा खेड़ा

जिले के कन्या माध्यमिक स्कूल में रामरतन सिंह तोमर प्राचार्य हैं. स्कूल में सफाईकर्मी नहीं होने की वजह से उन्हें खुद ही टॉयलेट साफ करना पड़ता है. सांसद जी ने सांगाखेडा में एक्सीलेंस स्कूल तो बनवा दिया है, लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं है. स्कूल में करीब दौ से अधिक छात्राएं पढ़ती हैं. इसके बावजूद पंचायत और शिक्षा विभाग स्कूल में सफाईकर्मी को नियुक्ति नहीं कर पाया है, लिहाजा स्कूल के प्राचार्य को ही सफाई करनी पड़ती है.

प्राचार्य रामरतन सिंह तोमर ने कहा कि स्कूल में सफाई व्यवस्था के लिए ग्राम पंचायत से भी कोई सुविधा नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि शिक्षक होकर यदि स्कूल को स्वच्छ नहीं रखेंगे तो इसे कौन रखेगा. उन्होनें कहा कि उनके इस काम से बच्चों को भी स्वच्छता के प्रति सीख मिलेगी.

Intro:होशंगाबाद । सांसद राव उदय प्रताप द्वारा गोद लिए आदर्श गांव सांगा खेड़ा का अव्यवस्थाओं का हाल बयां करता है.ये वीडियो ...जिसमें कन्या स्कूल सांगाखेड़ा के प्राचार्य रामरत्न तोमर स्कूल का टॉयलेट साफ करते दिख रहे हैं ।


Body:रामरत्न तोमर जिन्हें बच्चे तोमर सर के नाम से जानते हैं जो कन्या माध्यमिक विद्यालय में प्राचार्य है और स्कूल में सफाई कर्मी के अभाव में खुद ही टॉयलेट साफ कर रहे हैं ये गाँव सांसद का गोद लिया आदर्श गांव है जहां सांसद द्वारा एक्सीलेंस स्कूल को बनवा दिया गया है लेकिन सुविधा के नाम पर कुछ भी नहीं दिया है इस तरह से प्राचार्य खुद ही स्कूल का टॉयलेट साफ करने को मजबूर हो रहे हैं दरअसल स्कूल में करीब 200 बालिकाएं पढ़ती हैं और पंचायत एवं शिक्षा विभाग द्वारा सफाई कर्मी नियुक्ति नहीं की गई है जिसके चलते तोमर सर को ही सफाई करनी पड़ती है वे बालिकाओं से साफ तो करा नही सकते है । वही तोमर सर् का कहना है कि 10 बच्चों पर भी वही ग्रांट मिलती है और 200 बालिकाओं पर भी उतनी ग्रांट मिलती है ऐसे मे उस ग्रांट का अन्य मेन्टेन्स मे ख़र्च हो जाता है ऐसे मे बाहर से सफाई कर्मचारियों को बुलाना सम्भव नही है ।

बाइट - रामसत्न तोमर ( प्राचार्य, कन्या माध्यमिक स्कूल, सांगाखेडा)

नोट। इस खबर का वीडियो मेल किया है इसी title से ।


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