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सात दिन से रुकी हुई है जयारोग्य अस्पताल में जांच, एफएलटी की किट नहीं होने से मरीज परेशान - लिवर फंक्शन टेस्ट

जयारोग्य चिकित्सालय में भर्ती मरीजों कि बढ़ी परेशानी. एक सप्ताह से मरीजों की जांच नहीं हो पा रही है, जिसके चलते मरीज काफी परेशान हैं.

सात दिन से रुकी हुई है जयारोग्य अस्पताल में जांच, एफएलटी की किट नहीं होने से मरीज परेशान
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Published : Aug 11, 2019, 11:48 PM IST

ग्वालियर। ग्वालियर चंबल अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल में भर्ती मरीजों की लीवर संबंधित जांच पिछले एक सप्ताह से रुकी हुई है. लिवर फंक्शन टेस्ट यानी एफएलटी की किट खत्म होने के कारण यह स्थिति बनी है.

जयारोग्य चिकित्सालय समूह की सेंट्रल पैथोलॉजी में रोजाना करीब 500 मरीजों की खून पेशाब और दूसरी पैथोलॉजिकल जांच होती है. लीवर की करीब सवा सौ जांच होती है लेकिन पिछले 1 सप्ताह से जयारोग्य अस्पताल में जांच नहीं हो पा रही है. मरीजों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा हैं.

सात दिन से रुकी हुई है जयारोग्य अस्पताल में जांच, एफएलटी की किट नहीं होने से मरीज परेशान

अस्पताल प्रबंधक ने कहा कि किट के लिए अस्पताल अधीक्षक को निर्देश दिए गए हैं. अस्पताल के पास 40 लाख रुपये का बजट है, फिर भी मरीजों को बाजार से किट मंगा कर अपना इलाज करवाना पड़ रहा है.

मरीज सिर्फ डॉक्टरों के इलाज के भरोसे ही हैं क्योंकि बाहर की जांच मरीज करवा भी लें तो अस्पताल के डॉक्टर उसे मानते नहीं हैं. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जल्द ही फिट का इंतजाम कर मरीजों की जांच शुरू कराई जाएंगी.

ग्वालियर। ग्वालियर चंबल अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल में भर्ती मरीजों की लीवर संबंधित जांच पिछले एक सप्ताह से रुकी हुई है. लिवर फंक्शन टेस्ट यानी एफएलटी की किट खत्म होने के कारण यह स्थिति बनी है.

जयारोग्य चिकित्सालय समूह की सेंट्रल पैथोलॉजी में रोजाना करीब 500 मरीजों की खून पेशाब और दूसरी पैथोलॉजिकल जांच होती है. लीवर की करीब सवा सौ जांच होती है लेकिन पिछले 1 सप्ताह से जयारोग्य अस्पताल में जांच नहीं हो पा रही है. मरीजों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा हैं.

सात दिन से रुकी हुई है जयारोग्य अस्पताल में जांच, एफएलटी की किट नहीं होने से मरीज परेशान

अस्पताल प्रबंधक ने कहा कि किट के लिए अस्पताल अधीक्षक को निर्देश दिए गए हैं. अस्पताल के पास 40 लाख रुपये का बजट है, फिर भी मरीजों को बाजार से किट मंगा कर अपना इलाज करवाना पड़ रहा है.

मरीज सिर्फ डॉक्टरों के इलाज के भरोसे ही हैं क्योंकि बाहर की जांच मरीज करवा भी लें तो अस्पताल के डॉक्टर उसे मानते नहीं हैं. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जल्द ही फिट का इंतजाम कर मरीजों की जांच शुरू कराई जाएंगी.

Intro:ग्वालियर
ग्वालियर चंबल अंचल के सबसे बड़े अस्पताल जयारोग्य चिकित्सालय समूह में लिवर के रोगियों की जांच के लिए उन्हें पिछले 1 सप्ताह से परेशान होना पड़ रहा है अस्पताल में लिवर फंक्शन टेस्टिंग किट यानी एलएफटी की किट खत्म होने से यह स्थिति बनी है ऐसे में डॉक्टर मरीजों को बाहर जांच कराने नहीं भेज रहे हैं और ना ही बाहर से किट मंगा कर उनकी जांच करवा रहे हैं।


Body:ग्वालियर चंबल अंचल के सबसे बड़े जयारोग्य अस्पताल में भर्ती मरीजों की लीवर संबंधित जांच पिछले 1 सप्ताह से रुकी हुई है लिवर फंक्शन टेस्ट यानी एफएलटी की किट खत्म होने के कारण यह स्थिति बनी है। जयारोग्य चिकित्सालय समूह की सेंट्रल पैथोलॉजी में रोजाना करीब 500 मरीजों की खून पेशाब और दूसरी पैथोलॉजिकल जांच होती है इसमें लीवर की करीब सवा सौ जांच होती है लेकिन पिछले 1 सप्ताह से जयारोग्य अस्पताल में जांच नहीं हो पा रही है।


Conclusion:हालांकि अस्पताल प्रबंधक ने कहा है कि उसने किट के लिए अस्पताल अधीक्षक को निर्देशित कर दिया है अस्पताल के पास ₹4000000 का बजट है लेकिन बजट नहीं होता तो भी अस्पताल प्रबंधन बाजार से किट मंगा कर मरीजों की जांच करवा सकता है लेकिन ऐसा नहीं किया गया अब मरीज सिर्फ डॉक्टरों के इलाज के भरोसे ही है क्योंकि बाहर की जांच मरीज करवा भी ले तो उसे अस्पताल के डॉक्टर मानते नहीं है। अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि जल्द ही फिट का इंतजाम कर मरीजों की जांच शुरू कराई जाएंगी।
बाइट डॉ भरत जैन डीन गजरा राजा मेडिकल कॉलेज ग्वालियर
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