गुना। गुना एसपी राहुल कुमार लोढ़ा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने गुना एसपी के रूप में काम करते हुए अपने द्वारा किए गए कार्यों को साझा किया. उन्होंने कहा कि जब उन्होंने बतौर एसपी गुना को ज्वाइन किया था. उस वक्त नशा कारोबार और पारदी समुदाय द्वारा की जाने वाली वारदातों को उन्होंने चुनौती के रूप में लिया.
एसपी बताते हैं कि पिछले कई सालों में महज 10 से 15 लाख की स्मैक भी बरामद हो पाती थी, जो उनके कार्यकाल में बढ़कर तीन करोड़ तक पहुंच गई. एसपी राहुल कुमार लोढ़ा के मुताबिक इस पूरे एक साल में स्मैक के कई बड़े कारोबारियों को सलाखों के पीछे भेजा गया. जिसके चलते गुना जो स्मैक की लिंक सिटी के रूप में जाना जाता था, वह अब स्मैक मुक्त होने लगा है.
पारदी समुदाय को मुख्यधारा में लाने के प्रयासों को अपना लक्ष्य बताने वाले एसपी राहुल कुमार लोढा बताते हैं कि जिस जाति के लोगों को हार्डकोर क्रिमिनल के रूप में जाना जाता था. उन्हें मेनस्ट्रीम में लाने के लिए कलेक्टर और जजों के जरिए लगातार समझाइश दी जा रही है. हरिजन कल्याण थाना और शहर कोतवाली को आईएसओ अवार्ड दिलाने के बाद एसपी राहुल कुमार लोढ़ा का लक्ष्य जिले के सभी थानों को आईएसओ अवार्ड दिलाना है.
उन्होंने कहा कि पुलिस को एक सर्विस प्रोवाइडर की तरह काम करना चाहिए और एक पुलिसकर्मी को सोशल पुलिसिंग की दिशा में ज्यादा काम करना चाहिए.