धार। जेएनयू में हुई हिंसक घटना को सामाजिक कार्यकर्ता एवं नर्मदा बचाओ आंदोलन की प्रमुख नेत्री मेधा पाटकर ने निंदनीय बताया है. उन्होंने कहा कि आज देश में जो भी हो रहा है, वह अहिंसा पर हिंसक हमला है. जेएनयू में जो हुआ है वह बहुत ही घृणाजनक है, क्योंकि जो लाठी, काठी और हथौड़े जैसे हथियार लेकर अंदर घुसे, वह भी कोई युवा ही थे.
उन्होंने कहा कि यह भी पता चला है कि हमले से जेएनयू में व्यवस्थित चुनाव पद्धति से चुनकर आई प्रेसिडेंट आइशी घोष भी जख्मी हुई हैं. जैसे जामिया मिलिया के हॉस्टल में घुसकर हुआ, वैसे ही जेएनयू के हॉस्टल में घुसकर महिलाओं की बेइज्जती और उन पर हमला होना यह निंदनीय है.
मेधा पाटकर ने मांग की कि जेएनयू में हुई हिंसक घटना में जो भी विद्यार्थी घायल हुए हैं, उनकी शिकायत दर्ज की जाए और दोषियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाए.
यह था JNU मामला
5 जनवरी को जेएनयू में हुई हिंसक घटना में कई विद्यार्थी गंभीर रूप से घायल हुए थे. जेएनयू में हुए विवाद को लेकर एबीवीपी और जेएनयू के छात्र संगठनों ने एक-दूसरे पर हिंसक घटना को लेकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए थे. इस बीच राजनीति भी गरमाई, जेएनयू में हिंसक घटना को लेकर फिल्मी सितारों और समाज के सभी वर्गों के लोगों ने भी अपनी-अपनी राय रखी.