दमोह। नगरी निकाय चुनाव लड़ने के इच्छुक कांग्रेस के दावेदारों को अब भोपाल के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे. उनका टिकट स्थानीय स्तर पर समन्वय समिति द्वारा तय किया जाएगा. इसके लिए कांग्रेस ने एक दर्जन लोगों की समन्वय समिति बनाई है. हालांकि समिति के सदस्यों के नाम गोपनीय रखे गए हैं, ताकि किसी तरह का भाई भतीजावाद न हो सके.
नगरीय निकाय चुनाव के प्रभारी और पाटन के पूर्व विधायक नीलेश अवस्थी ने आज एक बार फिर नगरीय निकाय चुनाव के दावेदारों से रायशुमारी गहराई नापी. इस मौके पर स्थानीय जिला कांग्रेस कार्यालय में हुई बैठक में गुटबाजी भी देखने को मिली. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी कर पार्टी के अनुशासन की धज्जियां उड़ा दी.
जिताऊ और टिकाऊ को मिलेगी टिकट
इस मौके पर चुनाव प्रभारी नीलेश अवस्थी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस ने एक नई और अच्छी व्यवस्था बनाई है. इसके तहत अब अध्यक्ष पद या पार्षद पद के दावेदारों को टिकट लेने के लिए भोपाल नहीं जाना पड़ेगा. अब उन्हें टिकट दमोह में ही मिलेगी. अवस्थी ने कहा कि समन्वय समिति टिकट उसी व्यक्ति को मिलेगी जो जिताऊ और टिकाऊ होगा. कांग्रेस का केवल एक ही लक्ष्य है कि नगरीय निकाय चुनाव में अपनी जीत दर्ज कराना.
चुनाव तो कांग्रेस ही जीतेगी
इस अवसर पर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष अजय टंडन ने दावा किया कि चुनाव हर हाल में कांग्रेस ही जीतेगी. उन्होंने ढाई साल पहले छतरपुर में मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन किया था, लेकिन निर्माण के नाम पर एक ईंट भी नहीं रखी. मुख्यमंत्री कोई भी घोषणा कर दें इससे कांग्रेस की जीत पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
31 में से 8 ने लिए नाम वापस
नगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए पिछली बार 31 लोगों ने अपनी दावेदारी पर्यवेक्षक के समक्ष पेश की थी, जिसमें से 8 लोगों ने स्वेच्छा से अपने नाम वापस ले लिए हैं. इस तरह अब केवल 23 लोग ही बचे हैं.