दमोह। हनुमान जयंती के अवसर पर परंपरा के अनुसार पंडितों ने ही भगवान हनुमान का पूजा पाठ और भव्य आरती की. लेकिन हनुमान जयंती के अवसर पर पहुंचने वाले भक्त इस बार मंदिरों में नजर नहीं आए. जिले के सभी मंदिर वैसे तो बंद रहे लेकिन मंदिर के अंदर पुजारियों ने हनुमान जयंती पर्व पर भगवान की आराधना की.
लॉकडाउन का पालन करने के लिए जहां पहले से ही सभी मंदिर बंद हैं. वहीं हनुमान जयंती पर भी मंदिर बंद रहे. नवरात्रि, रामनवमी, महावीर जयंती जैसे अवसरों के साथ ही भगवान हनुमान जयंती पर भी मंदिर नहीं खुले. भक्तों ने अपने घरों से ही भगवान हनुमान का स्मरण कर उनका पूजन अर्चन किया. मंदिरों में पंडितों ने भगवान हनुमान की पूजा की.
प्रशासन के निर्देश और कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए ये प्रक्रिया की गई. वहीं मंदिरों में भगवान संकट मोचन हनुमान से कोरोना संकट से विश्व के लोगों को बचाने के लिए प्रार्थना भी की गई. इसके कुछ ही देर में पूजा-पाठ के बाद, एक बार फिर मंदिर के पट बंद कर दिए गए.