छिंदवाड़ा। बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं. परीक्षा के नाम से ही बच्चों के पसीने छूट जाते हैं. ईटीवी भारत से बात करते हुए बच्चों ने बताया कि उन्हें परीक्षा को लेकर काफी घबराहट और चिंता रहती है कि परीक्षा में क्या आएगा, साथ ही माता-पिता और शिक्षकों की एक्सपेक्टेशन पर वह खरे उतर पाएंगे या नहीं, इन बातों को लेकर हमेशा डर बना रहता है.
बच्चों में बोर्ड परीक्षा को लेकर है असमंजस
बच्चों ने बताया कि वह पहली बार बोर्ड परीक्षा देने जा रहे हैं. उन्हें यह नहीं पता कि किस तरह पेपर हल करना है, कितना लिखना है और किस तरह के प्रश्न आएंगे. जिसे लेकर काफी असमंजस बना रहता है.
पेरेंट्स की उम्मीदों पर खरा उतरने का दबाव
बच्चों ने बताया कि बोर्ड परीक्षा में अक्सर माता-पिता और शिक्षकों को बच्चों से काफी उम्मीदें रहती हैं कि वह सबसे अच्छे नंबर लाएंगे. साथ ही उन्हें यह भी टेंशन रहता है कि कहीं उनके साथ वाला दोस्त उनसे अच्छे नंबर ना ले जाए, इसको लेकर भी वह काफी असमंजस में रहते हैं. साथ में उन्हें यह भी चिंता सताती है कि वह अपने माता-पिता की उम्मीदों पर खरे उतर पाएंगे या नहीं.
याद करते हैं पर याद होता नहीं और होता भी है तो भूल जाते हैं
बच्चों ने बताया कि बोर्ड परीक्षा के नाम से ही डर लगता है. कई बार तो कुछ चीजें याद करते हैं तो याद नहीं होता और कई बार जैसे तैसे याद कर लेते हैं तो भूल जाते हैं. बच्चों ने बताया कि प्रश्न पत्र जब हाथ में आता है तो उस वक्त जिस प्रश्न का उत्तर भी मालूम रहता है, घबराहट के चलते वह भी आधा सा भूल जाते हैं.