छिंदवाड़ा। पति दिव्यांग था तो दोनों मिलकर ट्राइसिकल से भीख मांगते थे, जहां जरूरत पड़ती पत्नी पैदल ट्राइसाइकिल को धक्का मारती थी. जब पत्नी बीमार हो गई तो भिखारी पति ने 90,000 रुपये की मोपेड खरीदकर उसे गिफ्ट दे दी. ताकि बुढ़ापे में पत्नी को परेशानी न हो. भिखारी का यह कारनामा वाकई काबिल ए तारीफ है. वहीं बाइक खरीदने के बाद भिखारी ने लोगों के बीच जाकर मिठाई भी बांटी, जिन लोगों ने उसकी मदद की थी. (chhindwara beggar buy bike)
भीख मांगकर करते थे गुजाराः संतोष साहू दोनों पैरों से दिव्यांग है, उसे ट्राइसाइकिल मिली हुई थी. वो ट्राइसाइकिल में बैठता था और पत्नी धक्का मारती थी. दोनों भीख मांग कर गुजारा करते थे. कई वर्षों से यही चलता था अक्सर सड़कों पर भीख मांगते हुए दिख जाया करते थे, लेकिन अचानक एक बार पत्नी बीमार हो गई. ऐसे में संतोष के सामने गंभीर संकट आ गया. (beggar in chhindwara)
पत्नी को तकलीफ में देख खरीदी मोपेड: भिखारी संतोष साहू की पत्नी मुन्नी, ट्राइसाइकिल धकेल कर कमजोर हो गई. बीमार होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. संतोष कुमार साहू ने बताया कि इलाज में उसने 50,000 रुपये खर्च किये हैं. फिर भी उसके सामने परिवार चलाने का संकट था कि आखिर कमजोर पत्नी ट्राइसाइकिल को कैसे धक्का दे पाएगी. (chhindwara beggar initiative)
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4 साल तक जोड़ी रकमः पत्नी को आराम देने के लिए संतोष साहू ने 90,000 रुपये की नगद में मोपेड खरीद ली. संतोष बताते हैं कि उसमें करीब 4 वर्षों तक एक-एक रुपए जोड़ा. अब वह आराम से पत्नी को पीछे बिठाकर भीख मांगता है.