छतरपुर। कहते हैं डॉक्टर धरती का भगवान होता है और कोरोना महामारी में डॉक्टरों ने यह साबित भी कर दिया है. अपनी जान जोखिम में डालकर डॉक्टर दूसरों को बचाने में लगे हुए हैं. कई डॉक्टरों एवं नर्सों ने अपनी जान भी गवां दी है. ऐसा ही एक डॉक्टर परिवार छतरपुर जिले का है, जो इस महामारी में भी कोरोना जैसी भयंकर बीमारी से युद्ध लड़ रहा है.
सिविल सर्जन के पद पर आर एस त्रिपाठी उनकी बेटी भावना त्रिपाठी और उनके दामाद डॉक्टर राजकुमार अवस्थी तीनों जिला अस्पताल में पदस्थ हैं. पिता, पुत्री और दामाद की ये तिकड़ी दिन रात मेहनत कर रही है. जिला अस्पताल में सिविल सर्जन के पद पर डॉक्टर आर एस त्रिपाठी बच्चों के विशेषज्ञ हैं. उनकी बेटी भावना त्रिपाठी महिलाओं की डॉक्टर, तो वहीं दामाद राजकुमार अवस्थी चिकित्सा अधिकारी के पद पर रहते हुए अपनी सेवाएं दे रहे हैं.
ये तीनों लोग सही समय पर अस्पताल पहुंचकर बिना रुके अपना कर्तव्य निभाते हुए देर रात घर पहुंचते हैं. सभी अपनी पूरी क्षमता के साथ अपना कर्तव्य निभा रहे हैं. त्रिपाठी ने कहा कि इस कोरोना की लड़ाई में वे पूरे परिवार के साथ हमेशा आगे खड़े रहेंगे, जिससे कि शहर और जिला स्वस्थ रह सके.