भोपाल। प्रदेश सरकार की नई शराब नीति को मंजूरी मिलने के बाद पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने तंज कसा है. उन्होंने आबकारी नीति देर से लागू करने पर भी सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि जब सभी को पता था कि आचार संहिता लगने वाली है तो आबकारी नीति इतनी देर से क्यों लागू की गई. उन्होंने नई शराब नीति का विरोध भी किया है.
शिवराज सिंह ने कहा कि उनकी सरकार के समय भी देसी शराब की दुकानों पर विदेशी शराब बेचने का प्रस्ताव आया था, लेकिन उन्होंने साफ इनकार कर दिया था क्योंकि अगर देसी शराब की दुकान पर विदेशी शराब बिकती है तो ये एक तरीके से विदेशी शराब की दुकान खोलने के बराबर ही होता है. उनका कहना था कि वे अपने कार्यकाल में धीरे-धीरे शराब की दुकान कम कर रहे थे, शराब की दुकान कम कर प्रदेश को नशा मुक्ति की ओर ले जा रहे थे. लिहाजा इस प्रस्ताव का उन्होंने तब भी विरोध किया था और आगे भी करेंगे.
बता दें कि सरकार ने नई शराब नीति के तहत देसी शराब की दुकान पर विदेशी शराब बेचने का प्रस्ताव पास किया है, लेकिन आचार संहिता लगने के चलते ये लागू नहीं हो सका है. इसके बाद सरकार ने चुनाव आयोग से इसे लागू करने की मांग की थी, जिसे मंजूरी मिल गई है.