बुरहानपुर। नेपानगर के ग्राम घाघरला के जंगल में वन विभाग और पुलिसकर्मियों पर हुए हमले के बाद घटनास्थल पर सोमवार को खरगोन रेंज के DIG तिलक सिंह जंगल का निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने बुरहानपुर SP राहुल कुमार लोढ़ा सहित पुलिस अधिकारियों के साथ घटनास्थल का दौरा किया.
घटना स्थल तक नहीं पहुंच पाए DIG और SP
शनिवार के दिन हुई कार्रवाई के बाद से बौखलाए अतिक्रमणकारियों ने जंगल को तहस-नहस करते हुए बड़े-बड़े पेड़ों को काटकर रास्ते में डाल दिया था, जिससे जंगल में जाने का रास्ते बंद हो गया था. इस कारण DIG और SP की गाड़ियां घटनास्थल तक नहीं पहुंच सकी. ऐसे में अधिकारियों को आधे रास्ते से ही लौटना पड़ा. वहीं जंगल से वापस लौटते हुए DIG और SP की गाड़ियों को घाघरला गांव के ग्रामीणों ने रोका और अतिक्रमणकारियों को जंगल से हटाने की मांग की.
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क्या है पूरा मामला-
शनिवार को घाघरला के जंगल में पिछले कई दिनों से कब्जा जमाए बैठे अतिक्रमणकारियों को हटाने के लिए वन विभाग और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की थी. जंगल में पहुंचते ही अतिक्रमणकारियों ने ताबड़तोड़ तीर और गोफन से वन विभाग की टीम पर हमला कर दिया. इस कार्रवाई में तीन रेंजर सहित 29 लोग घायल हुए थे. इस मामले में नेपानगर पुलिस ने 30 नामजद और 80 लोगों के खिलाफ बंदूक छीनने सहित कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था.
अतिक्रमणकारियों ने वनकर्मियों को बनाया बंधक
कार्रावाई के दौरान आए पुलिसकर्मियों और वनकर्मियों पर हमला करने के बाद भी जब वन अतिक्रमणकारियों का मन नहीं भरा, तब उन्होंने कार्रवाई के विरोध में दो वन कर्मचारियों को बंधक भी बना लिया.
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150 वन विभाग कर्मचारी और 100 पुलिस जवानों पर हमला
शनिवार की अल सुबह टास्क फोर्स घाघरला गांव में अतिक्रमण को हटाने पहुंची थी, वन विभाग की टीम अपने साथ 150 कर्मचारियों और 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को लेकर सरकारी वन भूमि से अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी, फोर्स को देखकर पहले तो अतिक्रमणकारी टपरा छोड़कर भाग निकले, फिर कर्मचारियों ने टपरे तोड़कर उसमें आग लगानी शुरू की. कुछ ही देर में कई टपरों को जलाकर धराशाई कर दिया गया. इसी बीच अतिक्रमणकारियों ने पहाड़ी से छिपकर तीर और गोफन से जवानों पर हमला कर दिया. अचानक हुए हमले से कर्मचारी कुछ समझ नहीं पाए और जंगल में अफरा-तफरी मच गई. देखते ही देखते अतिक्रमणकारी टास्कफोर्स के कर्मचारियों पर हावी होने लगे. इस हमले में वन विभाग के अधिकारी कर्मचारी और पुलिस के जवान घायल हो गए. जंगल में कुछ समय रुकने के बाद वन विभाग के अधिकारी अपनी टीम को लेकर वापस उल्टे पैर लौट आए.