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40 साल पुरानी समस्या का रेलवे करेगा हल, उपनगर संत हिरदाराम नगर में बनाए जाएंगे दो नए रेलवे अंडरपास

भोपाल के बैरागढ़, संत हिरदाराम नगर रेलवे क्रॉसिंग में पिछले 40 सालों से चली आ रही ट्रैफिक जाम की समस्या को हल करने के लिए भोपाल रेल मंडल दो अंडर पास बनाने जा रहा है और इसकी स्वीकृति दी जा चुकी है, इन अंडरपास पास को बनवाने में 10 करोड़ रुपए खर्च करने का निर्णय लिया गया है.

भोपाल
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Published : Jul 31, 2020, 10:30 AM IST

भोपाल| शहर के उपनगर बैरागढ़, संत हिरदाराम नगर में पिछले 40 वर्षों से चली आ रही समस्या का अब रेलवे प्रशासन के द्वारा हल किया जाएगा. यहां पर अंडर ब्रिज ना होने की वजह से यातायात प्रभावित होता था, पहले इस समस्या का हल करने के लिए ओवरब्रिज बनाने पर विचार किया गया था. लेकिन अब रेलवे प्रशासन के द्वारा इसकी जगह पर दो अंडर पास बनाए जाएंगे. फाटक रोड के साथ ही ग्राम बैरागढ़ कलां में भी अंडर पास बनाए जाएंगे. पश्चिम मध्य रेल यानी भोपाल रेल मंडल ने इसके लिए 10 करोड़ रुपए खर्च करने का निर्णय लिया है. यह काम जल्द ही शुरू हो जाएगा, अगले 18 माह में काम पूरा करने का लक्ष्य रेलवे प्रशासन की ओर से निर्धारित किया गया है. अंडर पास बन जाने के बाद इस क्षेत्र के लाखों लोगों को फायदा होगा.

फाटक रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग क्रमांक 115 और बैरागढ़ कलां स्थित रेलवे क्रॉसिंग के नंबर 114 पर अंडरपास बनाने का प्रस्ताव रखा गया है. बैरागढ़ के संगठन लंबे समय से फाटक रोड पर ओवरब्रिज बनाने की मांग कर रहे थे. लेकिन यहां कम चौड़ाई के कारण ब्रिज बनाने में तकनीकी बाधाएं आ रही थी. व्यापारी और रहवासी भी संबंधित तोड़फोड़ का विरोध कर रहे थे, रेलवे प्रशासन ने अब बीच का रास्ता निकालते हुए अंडरपास बनाने की स्वीकृति दे दी है.

अंडर पास बनने से दोपहिया वाहन ऑटो, कार आदि की आवाजाही आसानी से हो सकेगी. लेकिन भारी वाहन इस अंडरपास से नहीं निकल सकेंगे. यहां बार-बार फाटक बंद होने से आए दिन जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है.

इसके अलावा रेल मंडल ने बैरागढ़ कला फाटक के आसपास बढ़ते ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए यहां भी टू वे अंडरपास (एलएचएस) बनाने की स्वीकृति दे दी है. भोपाल रेल मंडल की ओर से जानकारी दी गई है कि यह काम वरिष्ठ मंडल इंजीनियर सुशील कुमार की देखरेख में किया जाएगा, यह काम जल्द ही प्रारंभ हो जाएगा, इस काम को पूर्ण करने की समय अवधि 18 माह तय की गई है. दोनों अंडरपास के लिए 5-5 यानी कुल10 करोड़ की लागत आएगी .

बता दें, इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही लगातार बनी रहती है जिसकी वजह से यहां लगाए गए वेरीकेट अक्सर बंद रहते हैं, जिसकी वजह से बैरागढ़ और उसके आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था और कई बार तो घंटों ट्रैफिक जाम की स्थिति भी निर्मित हो जाया करती थी, निश्चित रूप से रेलवे प्रशासन के द्वारा अंडर पास बनाए जाने के बाद इन समस्याओं का हल हो सकेगा .

भोपाल| शहर के उपनगर बैरागढ़, संत हिरदाराम नगर में पिछले 40 वर्षों से चली आ रही समस्या का अब रेलवे प्रशासन के द्वारा हल किया जाएगा. यहां पर अंडर ब्रिज ना होने की वजह से यातायात प्रभावित होता था, पहले इस समस्या का हल करने के लिए ओवरब्रिज बनाने पर विचार किया गया था. लेकिन अब रेलवे प्रशासन के द्वारा इसकी जगह पर दो अंडर पास बनाए जाएंगे. फाटक रोड के साथ ही ग्राम बैरागढ़ कलां में भी अंडर पास बनाए जाएंगे. पश्चिम मध्य रेल यानी भोपाल रेल मंडल ने इसके लिए 10 करोड़ रुपए खर्च करने का निर्णय लिया है. यह काम जल्द ही शुरू हो जाएगा, अगले 18 माह में काम पूरा करने का लक्ष्य रेलवे प्रशासन की ओर से निर्धारित किया गया है. अंडर पास बन जाने के बाद इस क्षेत्र के लाखों लोगों को फायदा होगा.

फाटक रोड स्थित रेलवे क्रॉसिंग क्रमांक 115 और बैरागढ़ कलां स्थित रेलवे क्रॉसिंग के नंबर 114 पर अंडरपास बनाने का प्रस्ताव रखा गया है. बैरागढ़ के संगठन लंबे समय से फाटक रोड पर ओवरब्रिज बनाने की मांग कर रहे थे. लेकिन यहां कम चौड़ाई के कारण ब्रिज बनाने में तकनीकी बाधाएं आ रही थी. व्यापारी और रहवासी भी संबंधित तोड़फोड़ का विरोध कर रहे थे, रेलवे प्रशासन ने अब बीच का रास्ता निकालते हुए अंडरपास बनाने की स्वीकृति दे दी है.

अंडर पास बनने से दोपहिया वाहन ऑटो, कार आदि की आवाजाही आसानी से हो सकेगी. लेकिन भारी वाहन इस अंडरपास से नहीं निकल सकेंगे. यहां बार-बार फाटक बंद होने से आए दिन जाम की स्थिति निर्मित हो जाती है.

इसके अलावा रेल मंडल ने बैरागढ़ कला फाटक के आसपास बढ़ते ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए यहां भी टू वे अंडरपास (एलएचएस) बनाने की स्वीकृति दे दी है. भोपाल रेल मंडल की ओर से जानकारी दी गई है कि यह काम वरिष्ठ मंडल इंजीनियर सुशील कुमार की देखरेख में किया जाएगा, यह काम जल्द ही प्रारंभ हो जाएगा, इस काम को पूर्ण करने की समय अवधि 18 माह तय की गई है. दोनों अंडरपास के लिए 5-5 यानी कुल10 करोड़ की लागत आएगी .

बता दें, इस रूट पर ट्रेनों की आवाजाही लगातार बनी रहती है जिसकी वजह से यहां लगाए गए वेरीकेट अक्सर बंद रहते हैं, जिसकी वजह से बैरागढ़ और उसके आसपास के क्षेत्र में रहने वाले लोगों को आने जाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था और कई बार तो घंटों ट्रैफिक जाम की स्थिति भी निर्मित हो जाया करती थी, निश्चित रूप से रेलवे प्रशासन के द्वारा अंडर पास बनाए जाने के बाद इन समस्याओं का हल हो सकेगा .

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