भोपाल। राजधानी में कोरोना पॉजिटिव मरीजों पर अब आयुर्वेदिक और होम्योपैथिक होम्योपैथी दवाओं का ट्रायल किया जा रहा है. पॉजिटिव मरीजों को जहां अब आरोग्य कसायन काढ़ा पिलाया जा रहा है, वहीं होम्योपैथी कॉलेज में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का होम्योपैथी दवाओं से इलाज किया जाएगा. इसके लिए होम्योपैथी कॉलेज में तीन बेहद कम लक्षण वाले कोरोना पेशेंट को एडमिट कराया गया है.
त्रिकुट के बाद आरोग्य कसायन काढ़ा
भोपाल, इंदौर और उज्जैन के कोरोना मरीजों और संदिग्धों पर आयुर्वेदिक काढ़े का प्रयोग किया जा रहा है. आयुष विभाग को उम्मीद है कि इससे मरीजों के ठीक होने की रफ्तार बढ़ेगी. बताया जा रहा है कि काढ़े का 10 दिन का कोर्स है, इसके बाद आयुष विभाग इसके नतीजों को देखेगा. काढे का नाम 'आरोग्य कसायन-20' रखा गया है. इस काढ़े को 7 तरह की औषधियों को मिला कर तैयार किया गया है. काढे की 20 ग्राम मात्रा का डोज दिया जा रहा है. भर्ती मरीजों के साथ क्वॉरेंटाइन और आइसोलेट किए गए मरीजों को भी यह काढ़ा दिया जा रहा है. विभाग को उम्मीद है कि इससे मरीज की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और वह जल्दी स्वस्थ होगा.
होम्योपैथी कॉलेज में एडमिट कराए गए मरीज
स्वास्थ्य विभाग की अनुमति के बाद अब होम्योपैथी दवाओं से भी कोरोना मरीजों का उपचार किया जाएगा. इसके प्रयोग के लिए शासकीय होम्योपैथी कॉलेज कोविड-19 सेंटर में 3 बेहद कम लक्षण वाले कोरोना मरीजों को एडमिट किया गया है. होम्योपैथी से इलाज की अनुमति केंद्र सरकार से भी मिल चुकी है. हालांकि, गांधी मेडिकल कॉलेज की कमेटी की मंजूरी मिलते ही ट्रायल शुरू किया जाएगा. होम्योपैथी कॉलेज में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में इलाज के लिए 20 प्राइवेट रूम सहित 50 मरीजों के लिए व्यवस्था की गई है. यहां इन मरीजों का इलाज होम्योपैथिक के डॉक्टर करेंगे.