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Makar Sankranti 2022: मकर संक्रांति पर खिचड़ी का क्या है धार्मिक महत्व, जानें किन 11 चीजों का करना चाहिए दान - importance of makar sankranti

14 जनवरी को देशभर में मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2022) का पर्व मनाया जाएगा. इस दिन स्नान-दान का खास महत्व होता है. साथ ही खिचड़ी खाने और दाने की प्रथा भी है. संक्रांति के दिन दान करने से अन्य दिनों की तुलना में ज्यादा फल मिलता है.

Makar Sankranti 2022
मकर संक्रांति 2022
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Published : Jan 9, 2022, 6:55 AM IST

भोपाल। (Makar Sankranti 2022) साल 2022 का पहला पर्व मकर संक्रांति है. पौष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि 14 जनवरी दिन शुक्रवार को मकर संक्रांति मनाई जाएगी. इस दिन सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं. इसलिए इसे मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है. मकर संक्रांति पर पवित्र नदी में स्नान और दान का विशेष महत्व है.

Makar Sankranti 2022: जानें कब है मकर संक्रांति, शुभ मुहूर्त में ये करें दान, होगी धन वर्षा

खिचड़ी का है खास महत्व

इस बार सूर्य का मकर राशि में गोचर दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर होगा. मकर संक्रांति पर समय को लेकर पंचांग भेद के कारण शैव संप्रदाय से जुड़े लोग 14 जनवरी को स्नान, ध्यान कर मकर संक्रांति मनाएंगे. जबकि वैष्णव शनिवार को ही सूर्य आराधना करेंगे. खास बात यह है कि सूर्य इसी दिन से उत्तरायण होंगे. स्नान-दान के साथ-साथ इस दिन घर में भी उड़द की दाल की खिचड़ी बनाकर खाई जाती है. इसी वजह से कई जगहों पर इस पर्व को खिचड़ी के नाम से ही जाना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन खिचड़ी बनाने, खाने और दान आदि से सूर्य देव और शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है.

खिचड़ी खाने का धार्मिक महत्व ( religious significance of Khichadi on Makar Sankranti )

माना जाता है कि मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2022) के दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर में जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र में उड़द की दाल को शनि देव से संबंधित माना गया है. ऐसे में इस दिन उड़द की दाल की खिचड़ खाने और दान करने से सूर्यदेव और शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है. साथ ही, चावल को चंद्रामा का कारक, नमक को शुक्र का, हल्दी को गुरू बृहस्पति का, हरी सब्जियों को बुध का कारक माना जाता है. वहीं, खिचड़ी की गर्मी से इसका संबंध मंगल से जुड़ता है. इसलिए मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाने से कुंडली में हर तरह के ग्रहों की स्थिति में सुधार होता है.

इन 11 चीजों का करें दान (Makar sankranti daan)

मकर संक्रांति पर स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है. मान्यता है कि इस दिन दान करने से कई गुना ज्यादा फल प्राप्त होता है. कहते हैं तिल का दान करना सबसे शुभ माना जाता है, तिल का दान करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं. मकर संक्रांति वाले दिन खिचड़ी खाना जितना शुभ माना जाता है, उतना ही शुभ इसका दान करना भी है. इस दिन गुड़ का दान करना भी शुभ होता है. इससे सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है. 14 जनवरी को मनाएं जाने वाले मकर संक्रांति के दिन तेल दान भी शुभ होता है. ऐसा करने से शनि देव का आर्शीवाद मिलता है. साथ ही पांच तरह के अनाज दान करने से हर तरह की मनोकामना पूरी होती है. वहीं घी का दान करने से करियर में सफलता प्राप्त होती है. मकर संक्रांति के दिन रेवड़ी का भी दान करने की भी प्रथा है. संक्रांति पर नमक का नया पैकेट लेकर दान करने से शुक्र मजबूत होता है. वहीं कंबल दान को भी शुभ माना जाता है. इससे राहु और शनि शांत होते हैं. इस दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए. मकर संक्रांति पर गरीबों और जरूरतमंदों को नए वस्त्र दान करने चाहिए.

भोपाल। (Makar Sankranti 2022) साल 2022 का पहला पर्व मकर संक्रांति है. पौष माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि 14 जनवरी दिन शुक्रवार को मकर संक्रांति मनाई जाएगी. इस दिन सूर्य देव धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं. इसलिए इसे मकर संक्रांति के नाम से जाना जाता है. मकर संक्रांति पर पवित्र नदी में स्नान और दान का विशेष महत्व है.

Makar Sankranti 2022: जानें कब है मकर संक्रांति, शुभ मुहूर्त में ये करें दान, होगी धन वर्षा

खिचड़ी का है खास महत्व

इस बार सूर्य का मकर राशि में गोचर दोपहर 02 बजकर 29 मिनट पर होगा. मकर संक्रांति पर समय को लेकर पंचांग भेद के कारण शैव संप्रदाय से जुड़े लोग 14 जनवरी को स्नान, ध्यान कर मकर संक्रांति मनाएंगे. जबकि वैष्णव शनिवार को ही सूर्य आराधना करेंगे. खास बात यह है कि सूर्य इसी दिन से उत्तरायण होंगे. स्नान-दान के साथ-साथ इस दिन घर में भी उड़द की दाल की खिचड़ी बनाकर खाई जाती है. इसी वजह से कई जगहों पर इस पर्व को खिचड़ी के नाम से ही जाना जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन खिचड़ी बनाने, खाने और दान आदि से सूर्य देव और शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है.

खिचड़ी खाने का धार्मिक महत्व ( religious significance of Khichadi on Makar Sankranti )

माना जाता है कि मकर संक्रांति (Makar Sankranti 2022) के दिन सूर्य देव अपने पुत्र शनि के घर में जाते हैं. ज्योतिष शास्त्र में उड़द की दाल को शनि देव से संबंधित माना गया है. ऐसे में इस दिन उड़द की दाल की खिचड़ खाने और दान करने से सूर्यदेव और शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है. साथ ही, चावल को चंद्रामा का कारक, नमक को शुक्र का, हल्दी को गुरू बृहस्पति का, हरी सब्जियों को बुध का कारक माना जाता है. वहीं, खिचड़ी की गर्मी से इसका संबंध मंगल से जुड़ता है. इसलिए मकर संक्रांति के दिन खिचड़ी खाने से कुंडली में हर तरह के ग्रहों की स्थिति में सुधार होता है.

इन 11 चीजों का करें दान (Makar sankranti daan)

मकर संक्रांति पर स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व होता है. मान्यता है कि इस दिन दान करने से कई गुना ज्यादा फल प्राप्त होता है. कहते हैं तिल का दान करना सबसे शुभ माना जाता है, तिल का दान करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं. मकर संक्रांति वाले दिन खिचड़ी खाना जितना शुभ माना जाता है, उतना ही शुभ इसका दान करना भी है. इस दिन गुड़ का दान करना भी शुभ होता है. इससे सूर्य देव की कृपा प्राप्त होती है. 14 जनवरी को मनाएं जाने वाले मकर संक्रांति के दिन तेल दान भी शुभ होता है. ऐसा करने से शनि देव का आर्शीवाद मिलता है. साथ ही पांच तरह के अनाज दान करने से हर तरह की मनोकामना पूरी होती है. वहीं घी का दान करने से करियर में सफलता प्राप्त होती है. मकर संक्रांति के दिन रेवड़ी का भी दान करने की भी प्रथा है. संक्रांति पर नमक का नया पैकेट लेकर दान करने से शुक्र मजबूत होता है. वहीं कंबल दान को भी शुभ माना जाता है. इससे राहु और शनि शांत होते हैं. इस दिन गाय को हरा चारा खिलाना चाहिए. मकर संक्रांति पर गरीबों और जरूरतमंदों को नए वस्त्र दान करने चाहिए.

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