भोपाल। एमपी में 2023 की शुरुआत में जनवरी महीने के भीतर ये दूसरा विमान हादसा है, जहां मुरैना में अभ्यास के दौरान क्रैश हुए दोनों विमान सुखोई-30 और मिराज-2000 लड़ाकू विमान हैं. इसके पहले भी जनवरी की शुरुआत में रीवा जिले में अभ्यास के दौरान ही प्लेन क्रेश हुआ था, इस विमान हादसे में एक पायलट की मौत हो गई थी वहीं दूसरा गंभीर रुप से घायल हुआ था.
जनवरी की शुरुआत, रीवा में हुआ प्लेन क्रैश: 2023 साल की शुरुआत में ही पांच जनवरी को रीवा जिले में एक ट्रेनी विमान क्रैश हुआ था, इस विमान हादसे की वजह कोहरा बताई गई थी. असल में घने कोहरे की वजह से ये ट्रेनी प्लेनकी पहली टक्कर एक पेड़ से हुई उसके बाद सीधे ये विमान मंदिर के शिखर से जा टकराया था. इस विमान दुर्घटना में दोनों पायलट गंभीर रुप से घायल हुए थे, जिसमें से एक पायलट की इलाज के दौरान ही मौत हो गई थी. क्रैश हुए इस विमान की उड़ान भी ट्रेनिंग का ही हिस्सा थी, रीवा की पाल्कन एविएशन एकेडमी के पायलट ट्रेनिंग इस्टीट्यूट की तरफ से ये ट्रेनिंग दी जा रही थी.
2021 में रेमडिसिविर ला रहा हवाई जहाज क्रैश हुआ: इसके पहले कोरोना की दूसरी लहर समय एमपी में विमान हादसा हुआ था, तब कोरोना संक्रमण जब एमपी में चरम पर था और हवाई जहाज से दवाएं और इंजेक्शन बुलवाई जा रही थीं. तब ग्वालियर एयरपोर्ट पर लैंडिंग करते समय ही रेमिसिविर इंजेक्शन लेकर आ रहा हवाई जहाज दुर्घटना ग्रस्त हो गया था. इसके पीछे की वजह कोई तकनीकी समस्या बताई गई थी. रनवे पर आते ही विमान फिसल गया था, इस हादसे में दो पायलेट को मिलाकर कुल तीन लोग जख्मी हुए थे.
अक्टूबर 2021 में भिंड में क्रैश हुआ था मिराज: 2021 के ही अक्टूबर महीने में वायुसेना का मिराज -2000 लड़ाकू विमान भिंड इलाके में क्रैश हो गया था. दुर्घटना इतनी जबरदस्त थी कि क्रैश हुए विमान के टुक़ड़े एमपी की सीमा से सटे इटावा यानि यूपी में भी गिरे थे. ये दुर्घटना तकनीकी खराबी के कारण हुई थी और विमान जब आसमान से भिंड में एक किसान के खेत में गिरा तो आग का गोला मालूम हो रहा था. असल में तकनीकी खराबी आ के साथ ही इस विमान के पायलट अभिलाष का वायुसेना कंट्रोल रुम से कनेक्ट खत्म हो गया था. पायलट ने पहले विमान को आबादी इलाके से अलग बीहड़ के इलाके में ले गए. और फिर पैराशूट की मदद से कूद गए.