मुरैना: मध्य प्रदेश में ठगी और ब्लैकमेलिंग के हर दिन नए मामले सामने आ रहे हैं. ताजा मामला मुरैला जिले की पोरसा तहसील का है, जहां 3 लोगों ने एक सरकारी शिक्षक को नौकरी जाने की धमकी देकर ब्लैकमेल किया. शिक्षक की शिकायत के बाद फौरन कार्रवाई करते हुए कोतवाली थाना पुलिस ने तीन आरोपियों को दबोच लिया है, जिसमें चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं.
डॉक्यूमेंट्स का फिर कराओ सत्यापन, वरना जाएगी नौकरी
पुलिस के मुताबिक, कुकथरी गांव में स्थित प्राथमिक शाला स्कूल में शिक्षक श्रीनिवास देशलहरा पदस्थ हैं, उन्हें कुछ दिन पहले दो युवकों ने स्कूल जाकर एक नोटिस थमा गया. यह नोटिस कथित केन्द्रीय जांच और खुफिया बल के नाम से जारी किया गया था. इस नोटिस में शिक्षक श्रीनिवास को कहा गया है कि उनकी 10वीं, 12 वीं और डीएड की अंकसूचियों का सत्यापन फिर से कराना होगा, वरना नौकरी पर खतरा होगा. शिक्षक को नोटिस में 13 जनवरी को मार्कशीट की सत्यापन कराने के लिए मुरैना शहर में पुलिस कॉलोनी के पीछे एक ऑफिस में हाजिर होने को कहा गया था.
पुलिस ने 2 सगे भाई समेत 3 को किया गिरफ्तार
शिक्षक ने जब नोटिस में मौजूद मोबाइल नंबर पर कॉल किया तो आरोपियों ने खुद को क्राइम ब्रांच का बताया. इसके बाद शिक्षक ने इसकी शिकायत मुरैना कोतवाली पुलिस से की. पुलिस ने नोटिस में उल्लेखित संगठन के प्रमुख वीरेन्द्र कुशवाह और स्कूल में जाकर शिक्षक को नोटिस थमाने वाले देवेन्द्र कुशवाह और पंकज कुशवाह को दबोच लिया. वीरेन्द्र कुशवाह और देवेन्द्र कुशवाह दोनों भाई हैं, वहीं उनके साथ तीसरे आरोपी पर भी कोतवाली पुलिस ने (धारा-384) ब्लैकमेलिंग का मामला दर्ज किया है.
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इस मामले में अम्बाह के SDOP रवि भदौरिया ने कहा, "एक शिक्षक कि शिकायत पर मामला दर्ज कर तीन लोगों को अभिरक्षा में लिया है, इस मामले कि जांच कि जा रही है."