भोपाल। राजधानी भोपाल में दशहरे के त्यौहार के दिन पुलिस ने एक महत्वपूर्ण काम किया गया, जिसमें सायकोसिस पीड़ित एक युवती को गोविंदपुरा थाने की ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क ने उस युवती का रेस्क्यू किया और महिलाओं के अधिकारों के लिए काम कर रही गोरवी संस्था में पुलिस की तरफ से सुरक्षित रखवाया गया. इसके साथ ही एक अशासकीय संस्था की मदद से उत्तर प्रदेश में रहने वाले उसके परिवार को तलाशा गया, इस पूरे मामले में एक सप्ताह बाद ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क ने युवती को उसके पिता को सौंपा. पिता ने भी अपनी बेटी को सकुशल पाकर खुशी जताई और भोपाल पुलिस को धन्यवाद दिया.
मध्य प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान रखते हुए भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्रा द्वारा भोपाल कमिश्नर कार्यालय से विशेष निर्देश जारी किए गए हैं. आचार संहिता लगने के कारण गोविंदपुरा थाना प्रभारी अवधेश सिंह तोमर की तरफ से भी ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क में संवेदनशीलता बरतने के निर्देश दिए गए थे, जिसको लेकर डेस्क में आने वाले सभी आवेदनों को ध्यान से सुना जा रहा हैं, ताकि निर्वाचन से संबंधित महिला अपराधों को लेकर कोई अशोभनीय स्थिति निर्मित न हो सके.
गोविंदपुरा ऊर्जा महिला डेस्क को मिली थी सूचना: 24 अक्टूबर को भोपाल के एक जागरूक नागरिकों की तरफ से कॉल करके जानकारी दी गई कि डायल 100 को बताया गया कि बरखेड़ा के नजदीक बजरंग मार्केट में एक युवती बैठी हैं, उस दिन दशहरा महोत्सव होने के कारण भेल साकेत नगर और अवधपुरी समेत कई अन्य स्थानों पर जन समूह एकत्र था. इसके साथ ही यातायात प्रबंधन के साथ साथ जन सुरक्षा के लिए पूरे संभाग में चौकसी बरतते हुए कार्य किया जा रहा था. गोविंदपुरा थाने से एसआई गब्बर सिंह, महिला आरक्षक नीलम को मौके पर भेजा गया. युवती की मनोस्थिति सामान्य नजर नहीं आई, रात अत्याधिक होने के कारण पुलिस विभाग ने उसे गौरवी वन स्टाप सेंटर भेजा.
मामले की गंभीरता को देखते हुए पटेल ने अशासकीय संस्था लक्ष्मीनारायण आनंदम् क्लब के सचिव मोहन सोनी की भी मदद ली गई, युवती ने अपना परिचय राबिया पिता छंगूरी शाह उर्फ मोहम्मद शकील बताया. उसने उम्र 28 साल बताई थी, उसने एक नंबर दिया जिसे लेकर मोहन सोनी ने अलीगढ़ के भाजपा सांसद सतीश गौतम से भी सहायता मांगी. उन्होंने भोपाल में बरामद युवती के संबंध में जिले में पोस्ट वायरल की, इसके बाद सपा नेता अयाज शेरवानी ने मोहम्मद शकील के घर संदेश पहुंचाया. यहां बड़ी बहन मुस्कान का नंबर मिला, जिस पर मोहन सोनी ने संपर्क किया. प्रधान आरक्षक सोनिया पटेल ने गोरवी संस्था में उसका मेडिकल चेकअप भी कराया, जिसमें पता चला कि राबिया सायकोसिस की शिकार है उसे चिकित्सीय सलाह के साथ सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से परामर्श लेने के बाद युवती को परिजनों के न आने तक गोरवी संस्था में सुरक्षित रखे जाने के संबंध में आदेश लिए गए.
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युवती के पिता करते हैं उत्तर प्रदेश में मजदूरी: राबिया खातून के पिता अलीगढ़ में मजदूरी करते हैं उन्होंने भोपाल के गोविंदपुरा स्थित उर्जा महिला डेस्क में आकर बताया कि बेटी की गुमशुदगी पूर्व में वह दर्ज करा चुका है, फिर वह वापस आ गई थी. लेकिन, एक दिन फिर वह गायब हो गई, इस बार थाने में उसने कोई गुमशुदगी दर्ज नहीं कराई थी. उसको प्रधान आरक्षक सोनिया पटेल ने कानूनी सहायता प्रदान करते हुए पूरा सहयोग प्रदान किया गया, इस बात से परिवार संतुष्ट हुआ और पुलिस सहयोग के प्रति आभार जताया राबिया खातून की इस पूरी कवायद के बीच प्रधान आरक्षक सोनिया पटेल से काफी नजदीकियां भी हो गई. उसने बताया कि वह दिल्ली में स्थित निजामुद्दीन दरगाह जाने के लिए टिकट लेकर ट्रेन में सवार हो गई थी भूख लगने पर ट्रेन से उतरने के कारण वह छूट गई थी, जिसके बाद वह काफी घबरा गई और भोपाल शहर में यहां वहां भटकने लग गई थी. ऊर्जा महिला हेल्प डेस्क और अशासकीय संस्था के संयुक्त प्रयासों से उचित समय में का समाधान करने पर पुलिस आयुक्त हरिनारायण चारी मिश्र ने प्रसन्नता जाहिर की हैं.