भोपाल। देश में लगातार फैल रहा कोरोना और उससे होने वाली मौत अब प्रदेश के लिए एक बड़ी चिंता का कारण बन गया है. मध्यप्रदेश में कोरोना के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. प्रदेश में कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीजों की संख्या 400 के करीब पहुंच चुकी है, वहीं अभी तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है. प्रदेश में इतनी तैयारियों के बावजूद भी एमपी कोरोना से मौत के मामले में देश में महाराष्ट्र के बाद नंबर दो नंबर पर है, वहींं मरीजों की संख्या के मामले में प्रदेश नौवें स्थान पर है.
मध्यप्रदेश में पहला कोरोना पॉजिटिव मरीज 20 मार्च को सामने आया था. 25 मार्च को उज्जैन की महिला की इंदौर में मौत हुई थी, जोकी प्रदेश की पहली मौत थी. तब से मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. प्रदेश में कोरोना वायरस से 30 लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें इंदौर में 16 उज्जैन में पांच और भोपाल खरगोन छिंदवाड़ा में एक-एक कोरोना से संक्रमित मरीज शामिल है.
अधिकारियों में संक्रमण वाला पहला राज्य
देश भर में सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमण की वजह से 64 लोगों की मौत महाराष्ट्र में हुई है. इस लिहाज से मध्यप्रदेश इस मामले में दूसरे नंबर पर है. पिछले 4 दिनों में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी आई है. मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जहां स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी बड़ी संख्या में संक्रमित हुए हैं. संक्रमित होने वालों में स्वास्थ विभाग की प्रमुख सचिव समेत 50 अधिकारी कर्मचारी शामिल हैं.
मध्यप्रदेश में जल्द शुरू होगी रैपिड टेस्टिंग
मध्यप्रदेश में वर्तमान में 7 टेस्टिंग लैब में टेस्टिंग चल रही है, मेडिकल कॉलेज ग्वालियर की लैब में भी टेस्टिंग शुरू हो गई है. मध्यप्रदेश में रैपिड टेस्टिंग के लिए 50 हजार किट के ऑर्डर दिए गए हैं. बताया जा रहा है कि जल्दी इनकी आपूर्ति हो जाएगी. उधर स्वास्थ्य विभाग ने इंदौर भोपाल में टेस्टिंग की संख्या बढ़ा दी है. प्रदेश में अभी तक 3770 टेस्ट किए गए हैं, इसमें से 447 टेस्ट सिर्फ बुधवार को ही किए गए.