भोपाल। विधानसभा में कांग्रेस विधायक मेवाराम के जवाब में बताया गया कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने पिछले तीन सालों में हवाई यात्राओं पर 1639 यात्राएं की. इस तरह देखा जाए तो सरकार ने 4 लाख रुपए प्रति घंटे खर्च किए हैं. कांग्रेस विधायक मेवाराम जाटव ने विधानसभा में सवाल किया था कि 1 अप्रेल 2020 से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्रियों और अधिकारियों ने निजी विमानन कंपनियों को उनके विमानों और हेलीकॉप्टर को किराए पर लेने के एवज में कितनी राशि का भुगतान किया गया है.
सरकार ने यह दिया जवाब : जवाब में सरकार ने बताया कि जब सरकारी विमान मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों को ले जाने के लिए उपलब्ध नहीं होते हैं. उस समय निजी विमान और हेलीकॉप्टर को किराए पर लिया जाता है. सरकार ने बताया कि प्राइवेट विमानों को 222 बार और हेलिकॉटर को 97 बार किराए पर लिया गया है. यह विमान पांच कंपनियों से किराए पर लिए गए, जिसके लिए उन्हें 36.39 करोड़ का भुगतान किया गया है. इसी तरह सरकार विमानों का 94 बार और हेलिकॉप्टर का 982 बार उपयोग किया गया है.
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सीएम ने की 1395 हवाई यात्राएं : इस तरह दोनों को मिला लें तो कुल मिलाकर 1395 बार मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने हवाई यात्राएं की हैं. दरअसल, मध्यप्रदेश के बेड़े में उडनखटोलों की कमी है. प्रदेश सरकार के बेड़े में एक सात सीटर हवाई जहाज और एक हेलिकॉप्टर है. इसमें में परेशानी यह है कि हेलिकॉप्टर से रात में उड़ान नहीं भरी जा सकती, क्योंकि यह रात में उड़ने में सक्षम नहीं है. पिछले दिनों हेलिकॉप्टर को लेकर सीएम शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वे कहते सुनाई दे रहे थे कि अब मैं जा रहा है, नहीं तो यह उड़ेगा नहीं. यह हेलिकॉप्ट सरकार ने 2013 में खरीदा था. सरकार का सात सीटर हवाई जहाज किंग एयर बी 250 है.