भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के अन्नपूर्णा धाम मंदिर में विवादित पोस्टर चिपकाने के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है. मामले में एक शख्स को गिरफ्तार किया गया है. कुबेन्द्र यादव नाम का यह आरोपी एडवांस मटेरियल प्रोसेसेस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एम्प्री) का पूर्व वैज्ञानिक है. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. एक धर्म विशेष को निशाना बनाकर चिपकाए गए पोस्टरों के इस मामले में आरोपी के पकड़ में आने के बाद पुलिस ने चैन की सांस ली है.
पानी नहीं भरने की दी थी नसीहत: दरअसल, स्थानीय अन्नपूर्णा धाम मंदिर में लगे वाटर कूलर पर बीते दिनों एक आपत्तिजनक पोस्टर चिपकाया गया था. इसमें लिखा था, 'अन्नपूर्णा धाम मंदिर में लगे वाटर कूलर से हजरत मोहम्मद या पैगंबर मोहम्मद के धर्म के लोग पानी न पीएं. छोटी जाति के लोग भी यहां पानी न पीएं. ये लोग बोतल में भी पानी न लें अन्यथा कड़ी दण्डात्मक कार्यवाही की जाएगी. आदेशानुसार केसर सिंह.'
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सीसीटीवी में कैद हो गया आरोपी: जब वाटर कूलर पर लगे इस पोस्टर को लोगों ने देखा तो उन्होंने केसर सिंह से पूछताछ की. केसर सिंह ने कहा कि उसने ये पोस्टर नहीं चिपकाए हैं. उनसे कमलानगर थाने पहुंचकर इस पूरे मामले की शिकायत दर्ज कराई. धर्म विशेष से मामला जुड़ा होने की वजह से पुलिस तुरंत एक्शन में आई. आरोपी की धरपकड़ के लिए इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगाले गए. इनमें एक शख्स इन पोस्टरों को वाटर कूलर पर चिपकाता दिख गया.
घर के पास से दबोचा गया: कमला नगर थाना के प्रभारी अनिल बाजपेई ने बताया कि सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की बारीकी से जांच की गई तो आरोपी की पहचान कुबेन्द्र यादव के रूप में हो गई. वह एडवांस मटेरियल प्रोसेसेस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एम्प्री) का पूर्व वैज्ञानिक है. इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश शुरू कर दी. उसके घर और आने-जाने के ठिकानों पर पुलिस लगा दी गई. आरोपी को भी यह पता था कि पुलिस उसकी तलाश कर रही है इसीलिए वह बचने के लिए बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था. लेकिन पुलिस ने बुधवार को उसे कोटरा इलाके में उसके घर के पास से ही दबोच लिया. पूछताछ करने पर उसने बताया कि वह इस मंदिर में नहाने के लिए गया था. लोगों ने उससे कहा कि यह पानी पीने के लिए है, नहाने के लिए नहीं. इसी बात से नाराज होकर उसने यह हरकत की थी.