भोपाल| प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने एक बार फिर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है, उन्होंने महाराष्ट्र में बनाई गई सरकार की जमकर आलोचना की है. वहीं उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर राज्यपाल से भी सवाल पूछे हैं. इसी के साथ दिग्विजय सिंह ने स्वामी नित्यानंद के देश से फरार हो जाने को लेकर भी प्रधानमंत्री के ऊपर कई सवाल उठाए हैं. दिग्विजय सिंह का मानना है कि पहले उद्योगपतियों को भगाया जा रहा था, अब स्वामी नित्यानंद जिनके ऊपर दो बालिकाओं का किडनैप किए जाने का केस है वो भी देश से फरार हो गए हैं.
मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि अमित शाह ने चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे से वादा किया था कि दोनों ही राजनीतिक दल 50-50 के आधार पर ही चुनाव में जीत के बाद गठबंधन को लागू करेंगे. उन्होंने पहले ही कह दिया था कि बीजेपी और शिवसेना की सत्ता में बराबर की भागीदारी रहेगी. इससे साफ जाहिर था कि ढाई साल बीजेपी का मुख्यमंत्री और ढाई साल शिवसेना का मुख्यमंत्री महाराष्ट्र में रहेगा, लेकिन इसके बाद अमित शाह, नरेंद्र मोदी और देवेंद्र फडणवीस ने वादाखिलाफी की है. इसी वादाखिलाफी से नाराज होकर शिव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने बीजेपी के साथ सरकार न बनाने का फैसला किया था.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि चुनाव के पहले प्रधानमंत्री कहा करते थे कि ना खाऊंगा ना खाने दूंगा, लेकिन प्रधानमंत्री बनने के बाद अब वो कह रहे हैं कि खूब खाओ खूब खिलाओ और हमारे पास आ जाओ ईडी, सीबीआई से तुम्हें मुक्त कर दिया जाएगा. यही है भारतीय जनता पार्टी का चाल चरित्र और चेहरा जो सबके सामने आ गया है और ये बात भी सही है कि अब मोदी है तो सब मुमकिन है.
इसके आगे दिग्विजय सिंह ने कहा कि इसका ताजा उदाहरण स्वामी नित्यानंद का है जो इस समय फरार हो चुके हैं. इससे पहले आसाराम बापू भी गुजरात से ही भाग कर आए थे. अब नित्यानंद गुजरात से ही देश से फरार हो चुके हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा कि बीजेपी के पास इतना पैसा आ गया है कि उन्हें 6 हजार करोड़ का घोटाला भी किया है. उनके पास पैसे की कमी नहीं है. वहीं मध्यप्रदेश की परिस्थिति पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि यहां पर किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है, यहां पर एक-एक कांग्रेस का विधायक कमलनाथ जी के साथ खड़ा हुआ है.