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दिग्विजय सिंह के अकाउंट में जुड़ेगा कम्प्यूटर बाबा के हठयोग का खर्च, बाबा को भी मिला नोटिस

बीजेपी ने कम्प्यूटर बाबा के हठयोग को आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए जिला निर्वाचन कार्यालय में शिकायत की थी. जिसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कम्प्यूटर बाबा को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा है.

कम्प्यूटर बाबा को मिला नोटिस
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Published : May 10, 2019, 8:14 AM IST

Updated : May 10, 2019, 10:20 AM IST

भोपाल। कम्प्यूटर बाबा का भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के समर्थन में हठयोग करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. बीजेपी की जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत के बाद कम्प्यूटर बाबा को नोटिस जारी हो गया है, तो वहीं कार्यक्रम का पूरा खर्च कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के खाते में जोड़ने का फैसला लिया गया है.

कम्प्यूटर बाबा को मिला नोटिस

बीजेपी ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए जिला निर्वाचन कार्यालय में शिकायत की थी. जिसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कम्प्यूटर बाबा को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा है. कम्प्यूटर बाबा पर एफआईआर भी दर्ज हो सकती है. कम्प्यूटर बाबा ने अभी तक नोटिस का जवाब नहीं दिया है और ना ही वह किसी से बातचीत कर रहे हैं.

दो दिन पहले सैकड़ों साधु-संतों के समागम में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी ने धूनी रमाई थी. जिसके बाद प्रेक्षक द्वारा करवाई गई वीडियोग्राफी देखकर कार्यक्रम का सारा खर्च साढ़े चार लाख रुपये दिग्विजय सिंह के खाते में जोड़ने का फैसला लिया गया है.

बीजेपी ने जिला निर्वाचन कार्यालय में शिकायत करते हुए कहा था कि इस कार्यक्रम को धार्मिक कार्यक्रम बताकर संत समागम की अनुमति ली गई थी, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह भी वहां पर उपस्थित हुए थे, इसलिए यह कार्यक्रम राजनीतिक माना जाना चाहिए. बीजेपी ने कहा था कि यह कार्यक्रम आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और जितना भी खर्च किया गया है, उस पूरे खर्च को कांग्रेस प्रत्याशी के खाते में जोड़ा जाना चाहिए.

कम्प्यूटर बाबा को मिला नोटिस

बीजेपी प्रवक्ता राकेश शर्मा का कहना है कि ये केवल साधु संतों का कार्यक्रम नहीं था, निर्वाचन आयोग के द्वारा साढे 4 लाख रुपए कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के खाते में जोड़ने का निर्णय लिया गया है और हम इसका स्वागत करते हैं.

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता रवि सक्सेना का कहना है कि इस निर्णय पर चुनाव आयोग को एक बार और विचार करना चाहिए क्योंकि यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से कंप्यूटर बाबा और साधु-संतों का ही था और कंप्यूटर बाबा ने स्पष्ट किया है कि भिक्षा के रूप में मिली हुई राशि से ही उन्होंने इस आयोजन की व्यवस्था की है.

भोपाल। कम्प्यूटर बाबा का भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के समर्थन में हठयोग करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. बीजेपी की जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत के बाद कम्प्यूटर बाबा को नोटिस जारी हो गया है, तो वहीं कार्यक्रम का पूरा खर्च कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के खाते में जोड़ने का फैसला लिया गया है.

कम्प्यूटर बाबा को मिला नोटिस

बीजेपी ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए जिला निर्वाचन कार्यालय में शिकायत की थी. जिसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कम्प्यूटर बाबा को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा है. कम्प्यूटर बाबा पर एफआईआर भी दर्ज हो सकती है. कम्प्यूटर बाबा ने अभी तक नोटिस का जवाब नहीं दिया है और ना ही वह किसी से बातचीत कर रहे हैं.

दो दिन पहले सैकड़ों साधु-संतों के समागम में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी ने धूनी रमाई थी. जिसके बाद प्रेक्षक द्वारा करवाई गई वीडियोग्राफी देखकर कार्यक्रम का सारा खर्च साढ़े चार लाख रुपये दिग्विजय सिंह के खाते में जोड़ने का फैसला लिया गया है.

बीजेपी ने जिला निर्वाचन कार्यालय में शिकायत करते हुए कहा था कि इस कार्यक्रम को धार्मिक कार्यक्रम बताकर संत समागम की अनुमति ली गई थी, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह भी वहां पर उपस्थित हुए थे, इसलिए यह कार्यक्रम राजनीतिक माना जाना चाहिए. बीजेपी ने कहा था कि यह कार्यक्रम आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और जितना भी खर्च किया गया है, उस पूरे खर्च को कांग्रेस प्रत्याशी के खाते में जोड़ा जाना चाहिए.

कम्प्यूटर बाबा को मिला नोटिस

बीजेपी प्रवक्ता राकेश शर्मा का कहना है कि ये केवल साधु संतों का कार्यक्रम नहीं था, निर्वाचन आयोग के द्वारा साढे 4 लाख रुपए कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के खाते में जोड़ने का निर्णय लिया गया है और हम इसका स्वागत करते हैं.

कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता रवि सक्सेना का कहना है कि इस निर्णय पर चुनाव आयोग को एक बार और विचार करना चाहिए क्योंकि यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से कंप्यूटर बाबा और साधु-संतों का ही था और कंप्यूटर बाबा ने स्पष्ट किया है कि भिक्षा के रूप में मिली हुई राशि से ही उन्होंने इस आयोजन की व्यवस्था की है.

Intro:दिग्विजय सिंह के खाते में जुड़ेगा कंप्यूटर बाबा के हठयोग का सारा खर्चा


भोपाल | भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के समर्थन में 2 दिन पहले सैकड़ों साधु संतों का डेरा राजधानी में लगा था इन साधु-संतों को दिग्विजय सिंह के समर्थन में कंप्यूटर बाबा के द्वारा बुलाया गया था . राजधानी के अहमदाबाद पैलेस स्थित न्यू सैफिया कॉलेज ग्राउंड पर कंप्यूटर बाबा ने साधु संतों के साथ मिलकर दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी के नेतृत्व में धूनी रमाई थी लेकिन बीजेपी ने इस पर आपत्ति दर्ज कराते हुए निर्वाचन आयोग में इससे आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए शिकायत कर दी थी .


Body:भारतीय जनता पार्टी ने जिला निर्वाचन कार्यालय में शिकायत करते हुए कहा था कि इस कार्यक्रम को धार्मिक कार्यक्रम बताकर संत समागम की अनुमति ली गई थी लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह भी वहां पर उपस्थित हुए थे इसलिए यह कार्यक्रम राजनीतिक माना जाना चाहिए यह कार्यक्रम आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और जितना भी खर्चा किया गया है उस पूरे खर्चे को कांग्रेस प्रत्याशी के खाते में जोड़ा जाना चाहिए .


Conclusion:जिला निर्वाचन अधिकारी सुदाम खाडे इस मामले में तुरंत कार्यवाही करते हुए अतिरिक्त रिटर्निंग ऑफिसर केके रावत को जांच करने के लिए कहा था उन्होंने इस मामले में बताया है कि इस कार्यक्रम में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह अपनी पत्नी के साथ उपस्थित हुए थे यह कार्यक्रम आचार संहिता का उल्लंघन है इसे देखते हुए कंप्यूटर बाबा को नोटिस जारी कर दिया गया है वहीं कार्यक्रम का पूरा खर्च दिग्विजय सिंह के खाते में जोड़ने का फैसला भी किया गया है प्रेक्षक द्वारा करवाई गई वीडियो ग्राफी देखकर कार्यक्रम का खर्च साढे चार लाख रुपया का गया है .


अतिरिक्त रिटर्निंग ऑफिसर ने कंप्यूटर बाबा को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा है कंप्यूटर बाबा पर एफ आई आर भी दर्ज हो सकती है . कंप्यूटर बाबा ने अभी तक नोटिस का जवाब नहीं दिया है और ना ही वह किसी से बातचीत कर रहे हैं .


Last Updated : May 10, 2019, 10:20 AM IST
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