भोपाल। कम्प्यूटर बाबा का भोपाल में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के समर्थन में हठयोग करने के मामले ने तूल पकड़ लिया है. बीजेपी की जिला निर्वाचन अधिकारी से शिकायत के बाद कम्प्यूटर बाबा को नोटिस जारी हो गया है, तो वहीं कार्यक्रम का पूरा खर्च कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के खाते में जोड़ने का फैसला लिया गया है.
बीजेपी ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए जिला निर्वाचन कार्यालय में शिकायत की थी. जिसके बाद जिला निर्वाचन अधिकारी ने आचार संहिता का उल्लंघन मानते हुए कम्प्यूटर बाबा को नोटिस जारी कर 24 घंटे में जवाब मांगा है. कम्प्यूटर बाबा पर एफआईआर भी दर्ज हो सकती है. कम्प्यूटर बाबा ने अभी तक नोटिस का जवाब नहीं दिया है और ना ही वह किसी से बातचीत कर रहे हैं.
दो दिन पहले सैकड़ों साधु-संतों के समागम में कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह और उनकी पत्नी ने धूनी रमाई थी. जिसके बाद प्रेक्षक द्वारा करवाई गई वीडियोग्राफी देखकर कार्यक्रम का सारा खर्च साढ़े चार लाख रुपये दिग्विजय सिंह के खाते में जोड़ने का फैसला लिया गया है.
बीजेपी ने जिला निर्वाचन कार्यालय में शिकायत करते हुए कहा था कि इस कार्यक्रम को धार्मिक कार्यक्रम बताकर संत समागम की अनुमति ली गई थी, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह भी वहां पर उपस्थित हुए थे, इसलिए यह कार्यक्रम राजनीतिक माना जाना चाहिए. बीजेपी ने कहा था कि यह कार्यक्रम आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है और जितना भी खर्च किया गया है, उस पूरे खर्च को कांग्रेस प्रत्याशी के खाते में जोड़ा जाना चाहिए.
बीजेपी प्रवक्ता राकेश शर्मा का कहना है कि ये केवल साधु संतों का कार्यक्रम नहीं था, निर्वाचन आयोग के द्वारा साढे 4 लाख रुपए कांग्रेस प्रत्याशी दिग्विजय सिंह के खाते में जोड़ने का निर्णय लिया गया है और हम इसका स्वागत करते हैं.
कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता रवि सक्सेना का कहना है कि इस निर्णय पर चुनाव आयोग को एक बार और विचार करना चाहिए क्योंकि यह कार्यक्रम पूर्ण रूप से कंप्यूटर बाबा और साधु-संतों का ही था और कंप्यूटर बाबा ने स्पष्ट किया है कि भिक्षा के रूप में मिली हुई राशि से ही उन्होंने इस आयोजन की व्यवस्था की है.