भोपाल। शहडोल नवजात बच्चों की मौत और राजधानी भोपाल के हमीदिया अस्पताल में बिजली गुल होने से कोरोना वार्ड के 3 मरीजों की मौत को लेकर सियासत बढ़ गई है. कांग्रेस ने इस मामले पर शिवराज सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया है कि प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था वेंटिलेटर पर पहुंच गई हैं. मध्यप्रदेश कांग्रेस ने इन मौतों की रिटायर्ड जज से जांच कराने की मांग की है.
न्यायिक जांच की मांग
पीसी शर्मा ने कहा कि पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. शहडोल में बच्चों की मौत का आंकड़ा 23 पर पहुंच चुका है. सतना में 10 बच्चों की मृत्यु हो गई है. रीवा में भी दो बच्चे काल के गाल में समा गए हैं. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने नवजात शिशुओं की मौत और हमीदिया के कोरोना वार्ड में बिजली गुम होने के कारण मरीजों की मौत के लिए प्रदेश सरकार को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने इस घटनाओं की न्यायिक जांच कराने की मांग की है. पीसी शर्मा ने कहा है कि सरकार यह भी सुनिश्चित करें कि इस तरह की घटना आगे से ना हो.
हमीदिया में पूर्व पार्षद की मौत लापरवाही का नतीजा
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा के साथ हमीदिया अस्पताल में बिजली गुल होने से मौत का शिकार हुए पूर्व पार्षद अकबर खान के बेटे अफजल खान भी मौजूद थे. उन्होंने ऑडियो रिकॉर्डिंग सार्वजनिक करते हुए बताया कि हमीदिया अस्पताल की नर्स कह रही थी कि आप अपनी व्यवस्था देख लो. अस्पताल के डीन और एचओडी कह रहे थे कि चिंता की कोई बात नहीं है, हमारे पास ढाई घंटे का बैकअप है. अफजल खान ने कहा कि मेरे पिता की मौत होने के काफी देर तक परिवार को जानकारी नहीं दी और जब मीडिया के जरिए बात फैली, तब हमें पता चला.
प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं वेंटिलेटर पर
मध्य प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री और कांग्रेस विधायक पीसी शर्मा ने आरोप लगाया है कि मध्य प्रदेश में चारों तरफ लूट खसोट चल रही है. स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बदहाली की कगार पर पहुंच गई हैं. प्रदेश में ऐसा महसूस हो रहा है कि जैसे स्वास्थ्य मंत्रालय ही वेंटिलेटर पर पहुंच गया हो. प्रदेश भर में स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल हैं. बच्चों की मौत हो रही है, कोरोना के मरीजों की मौत हो रही है. इन हालातों पर पर्दा डालने के लिए सरकार लीपापोती कर रही है.