भोपाल। आगामी उपचुनाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास पर अहम बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में 24 विधानसभा उपचुनाव वाले क्षेत्रों के प्रभारी जिलाध्यक्ष, पूर्व विधायकों और पदाधिकारी शामिल हुए. बैठक में विधान सभावार कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से फीडबैक लिया गया है. संगठन को मजबूत करने, कार्यकर्ताओं को एकजुट करने, स्थानीय, जातीय, क्षेत्रीय समीकरणों, संभावित प्रत्याशी और चुनावी मुद्दों पर चर्चा की गई.
दरअसल, पिछले 2 दिनों से मध्य प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव मुकुल वासनिक भोपाल दौरे पर हैं. इस दो दिवसीय दौरे में मुकुल वासनिक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के साथ मिलकर उपचुनाव पर मैराथन मीटिंग कर रहे हैं. बीते दिन से चल रही मीटिंग का सिलसिला आज भी जारी है. इन बैठकों में आगामी उपचुनाव की तैयारियों को लेकर रणनीति बनाई जा रही है.
वहीं पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने बताया कि कमलनाथ और हमारे प्रभारी लगातार बैठक ले रहे हैं. मूल बात ये है कि चुनाव का समय निकट है. ग्वालियर चंबल में कहीं न कहीं भाजपा का विरोध देखने मिल रहा है. पिछले 100 दिन में जब 20 मार्च को कमलनाथ ने इस्तीफा दिया था, उसके बाद मध्य प्रदेश के हालात बहुत खराब हो गए हैं. चाहे शहर की बात करें या फिर गांव की बात करें,एक प्रकार से पूरे मध्यप्रदेश में आर्थिक मंदी छाई हुई है. पूर्व मंत्री ने ये भी कहा कि पहली बार देश के इतिहास में डीजल के दाम पेट्रोल से अधिक हो चुके हैं. कहीं न कहीं आम आदमी परेशान और त्रस्त है. बिजली के बिल 100 रूपए सौ यूनिट कमलनाथ ने किए थे. आज आम उपभोक्ता को 5000 और 10000 रूपए के बिल आ रहे हैं. आम आदमी परेशान हैं, हर व्यक्ति की यही पुकार है कि कमलनाथ को पूरे 5 साल मिलना चाहिए. कुछ लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए सरकार को गिराया है. लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि उपचुनाव जब होंगे कांग्रेस पार्टी को पूर्ण बहुमत मिलेगा और हम फिर सरकार बनायेंगे और कमलनाथ मुख्यमंत्री बनेंगे.
कांग्रेस विधायक बैजनाथ कुशवाहा ने बताया कि बैठक में उपचुनाव के मद्देनजर संगठन को मजबूत करने और जो संगठन की इकाइयां गठित की गई हैं, उनके प्रभारियों को प्रशिक्षित करने का काम किया जा रहा है. ये बैठक उपचुनाव वाले जिलों के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की है.