भोपाल। मध्यप्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव के लिए राज्य निर्वाचन आयोग ने ईवीएम से चुनाव कराने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है, लेकिन कांग्रेस मतपत्र से चुनाव कराने की मांग कर रहा है. राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा ईवीएम के साथ वीवीपैट मशीन नहीं जोड़े जाने पर भी कांग्रेस को ऐतराज है. राज्य निर्वाचन आयोग ईवीएम से चुनाव कराने के मामले में पीछे हटते हुए नजर नहीं आ रहा है. वीवीपैट को लेकर जरूर राज्य निर्वाचन आयोग विचार विमर्श की बात कर रहा है.
- कांग्रेस प्रतिनिधि मंडल ने राज्य निर्वाचन आयुक्त को सौंपा ज्ञापन
नगरीय निकाय चुनाव ईवीएम मशीन से कराए जाने के नोटिफिकेशन जारी होने के बाद आज कांग्रेस का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल राज्य निर्वाचन आयोग पहुंचा, जहां राज्य निर्वाचन आयुक्त से मतपत्र द्वारा चुनाव कराए जाने की मांग की गई. प्रतिनिधिमंडल ने इस बात पर भी एतराज जताया है कि अगर ईवीएम से चुनाव करा रहे हैं, तो उसमें वीवीपैट को क्यों नहीं जोड़ा जा रहा है ?
- वीवीपैट को क्यों नहीं जोड़ा जा रहा है ?- कांग्रेस
मध्यप्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधि मंडल के साथ पहुंचे कांग्रेस के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर ने बताया कि हमने ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि मध्यप्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव मतपत्र से कराए जाए. पहले भी जब कांग्रेस का शासन था, उस समय हमने आवेदन किया था. दूसरा महत्वपूर्ण विषय यह था कि जो दूसरे चुनाव हैं, उसमें ईवीएम के साथ वीवीपैट लगाए गए थे. इस बार चुनाव आयोग ने कहा है कि नगरीय निकाय चुनाव में वीवीपैट नहीं लगाए जाएंगे. ये बहुत आपत्तिजनक मामला है, क्योंकि मतदाता ने किसे मत दिया है. यह पता नहीं चल पाता है.
- ईवीएम पर पीछे हटने के लिए तैयार नहीं चुनाव आयोग
मध्यप्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग के निर्वाचन आयुक्त बीपी सिंह का कहना है कि तीन जगह चुनाव मतपत्र से हुए हैं. बाकी राज्यों में ईवीएम से चुनाव हो रहे हैं. इससे जुड़ी कहीं कोई दिक्कत नहीं होती है. पूर्व में भी ईवीएम से चुनाव हो चुके हैं. इसलिए ईवीएम से ही चुनाव कराना उचित है.
- वीवीपैट के मामले में विचार विमर्श करेगा आयोग
बीपी सिंह ने कहा है कि वीवीपैट को लेकर विचार विमर्श कर कांग्रेसियों को अपने उत्तर से अवगत कराएंगे.