भोपाल। एमपी में चुनाव को लेकर बीजेपी ने अपना घोषणापत्र यानी संकल्प पत्र जारी कर दिया है. अब इस पर सियासत छिड़ गई है. जहां दिग्विजय सिंह ने बीजेपी के घोषणा पत्र पर जमकर निशाना साधा है, साथ ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इसे जुमला पत्र भी करार दिया है. इधर, पूरे मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कूद गए हैं. जहां कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी नरक चौदस के दिन घोषणा पत्र जारी किया, इस पर पार्टी की तरफ से कटाक्ष भी किया गया है, तो वहीं शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के जवाबी हमले को प्राथमिकता न देते हुए, इसे फिजूल की बयानबाजी करार दिया है.
आइए समझते हैं पूरी सियासी बयानबाजी का खेल: बीजेपी ने चुनावी की सरगर्मियों के बीच संकल्प पत्र जारी किया, तो इसपर कांग्रेस की टिप्पणी भी सामने आ गई. भोजपुर विधानसभा में कांग्रेस उम्मीदवार राजकुमार पटेल की समर्थन में जनसभा करने पहुंचे दिग्विजय सिंह ने कहा कि किसी की पद की लालसा होती है.वह पद की लालसा में क्या-क्या नहीं करता. हमारी लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है.
भारतीय जनता पार्टी पूरे तरीके से गरीब विरोधी पार्टी है. यह वह पार्टी है जिसने धर्म के नाम से लोगों को शोषित किया है. हम सब धार्मिक व्यक्ति हैं. कौन धर्म को नहीं मानता. मैंने भी पूरी नर्मदा परिक्रमा की. हर व्यक्ति को अपनी आस्था के अनुसार धर्म का पालन करने का अधिकार है. आदिवासी मूल निवासी हैं. इस क्षेत्र के हम तो सेंट्रल एशिया से आए है. आदिवासियों को आज बनवासी कहा जाता है.
उन्होंने कहा कि प्रदेश में 130 से ज्यादा सीटें कांग्रेस की आएगी. संकल्प अभी तक क्या था 2003,2008,2013 और चुराई हुई सरकार 2018 की. कौन सा काम इन्होने पूरा किया कौन सा संकल्प पूरा किया. उनके पुराने घोषणा पत्र उठाकर देख लीजिए, एक भी काम इन्होंने पूरा नहीं किया. सिंह ने कहा कि मेरे टाइम पर 23 हज़ार करोड़ का कर्ज था. आज 3:50 लाख करोड़ का कर्ज है. यह कर्ज कहां से लिया, किसके लिए लिया, किस काम के लिए लिया, आज तक उस पर मौन हैं.
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उन्होंने कहा कि बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र नरक चौदस पर जारी किया है. रीति रिवाजों में विश्वास का नाटक करने वाले बीजेपी ने अपना संकल्प पत्र नरक चौदस के दिन जारी किया है.
संकल्प पत्र नहीं जुमला पत्र है: वहीं, इस पूरे मामले पर कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इसमें कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने कहा कि अभी थोड़ी देर पहले 96 पृष्ठों का जुमला पत्र मप्र की बीजेपी ईकाई ने जारी किया है. इसका नाम मोदी की गारंटी , भाजपा का भरोसा रखा गया है. लेकिन मोदी की गारंटी वाले इस घोषणा पत्र पर, इस जुमला पत्र पर, मोदी जी ने हस्ताक्षर नहीं किए. अन्य राज्यों में जो पत्र जारी हुए हैं, उसमें पीएम मोदी ने पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं. इसमें नहीं किए, क्योंकि इसमें इतने जुमले हैं, कि उन्होंने भी किनारा कर लिया. और मामा जी को इसमें हस्ताक्षर करने का मौका मिला. इसके साथ ही उन्होंने संकल्प पत्र के कार्यक्रम को विदाई का समारोह बताया.
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आज का दिन बहुत पवित्र है, भाजपा के संकल्प पत्र का विमोचन हो रहा है...
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
हम संकल्प पत्र को रोडमैप बनाकर मध्यप्रदेश के विकास तथा जनता के कल्याण के लिए अक्षरश: जमीन पर उतारेंगे। #भाजपा_पर_भरोसा pic.twitter.com/Q90dktzP4O
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— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 11, 2023
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— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 11, 2023
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