भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट कर देश को बड़ा संदेश देने की बात कही थी. इसके बाद उन्होंने देश के नाम संदेश भी दिया और कहा कि भारत दुनिया की चौथी महाशक्ति बन गया है, तीन मिनट में ए सेट मिसाइल से जिंदा सेटेलाइट को मार गिराया है. लेकिन कांग्रेस ने उनके संदेश को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि पीएम जिस तकनीक की बात कर रहे हैं, उस तकनीक के बारे में 10 फरवरी 2010 को ही घोषणा कर दी गई थी.
कांग्रेस नेता भूपेंद्र गुप्ता ने पीएम मोदी के संदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये देश के लिए गौरव पूर्ण क्षण है, देश के वैज्ञानिको को हार्दिक बधाई. इसके बाद उन्होंने पीएम के संदेश को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस मिसाइल और तकनीक के सारे पैमाने 10 फरवरी 2010 को तिरूअनंतपुरम में घोषित किए जा चुके थे. इस बात की घोषणा तत्कालीन डीआरडीओ महानिदेशक वीके सारस्वत ने की थी.
सारस्वत ने कहा था कि लो किलो आर्बिट में लगभग 300 किलोमीटर के क्षेत्र में सैटेलाइट को मार गिराने की मिसाइल भारत में निर्मित कर ली है, आज उसका परीक्षण किया गया है, जो साथ स्वागत योग्य है. भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि जिस तरह से इवेंट बनाकर इसको घोषित करने की चेष्टा की गई, वह दुखद है क्योंकि डीआरडीओ ने अभी तक इस बारे में कोई ट्वीट नहीं किया है. इससे ऐसा लगता है कि जैसे डीआरडीओ को रोका गया हो.
पीएम के ट्वीट से लगा था कि वे दाऊद इब्राहिम के पकड़े जाने या फिर मसूद अजहर और हाफिज सईद के मारे जाने की खबर सुना सकते हैं. लेकिन इस बात की हैरानी हुई कि प्रधानमंत्री ने 10 साल पहले जिस तकनीक के बारे में 97 वीं विज्ञान कांग्रेस में भारत के वैज्ञानिकों ने कर दी थी, उसकी घोषणा आज की गई है. इस पर विचार किया जाना चाहिए.