भोपाल। हमीदिया अस्पताल के नए ब्लॉक्स की बिल्डिंग का काम मार्च 2020 में पूरा होना था, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह अभी भी पूरा नहीं हो पाया है. 435 करोड़ की लागत से बनने वाली बिल्डिंग के निर्माण देरी के चलते 479 करोड़ तक पहुंच गया है. इसे पूरा होने में अभी और समय लगने की उम्मीद है. कांग्रेस ने इसको लेकर प्रदेश सरकार और मंत्री को कटघरे में खड़ा किया है और बिल्डिंग के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.
52 करोड़ का अतिरिक्त खर्च
भोपाल की हमीदिया अस्पताल में सर्व सुविधा युक्त 2000 बेड का अस्पताल बनाने के लिए शिवराज सरकार कड़ी मेहनत कर रही है और इसका काम भी चल रहा है. लेकिन इसके निर्माण की डेडलाइन बार-बार बढ़ने और निर्माण कार्य में बार-बार बदलाव के कारण इसकी लागत ही बढ़ रही है. 435 करोड़ का यह प्रोजेक्ट अब 479 करोड़ तक पहुंच गया. अब इसमें 52 करोड़ से अधिक का ओपीडी वार्ड भी बनना है. जो छूट गया है.
2016 में शुरू हुआ था निर्माण
2016 में इस अस्पताल का निर्माण कार्य शुरू हुआ था. तब से लेकर अब तक 14 बार इसके निर्माण कार्य पूरा करने की समय सीमा बढ़ाई गई है. मार्च 2020 तक इन दोनों ब्लॉक्स को पूरा करने की समय सीमा थी. लेकिन उसके बाद दो बार और इसकी समय सीमा बढ़ाई गई. 800 बिस्तर ए ब्लॉक में तैयार करने हैं, जिसको लेकर पीआईयू ने और समय मांगा है. अब ताजा मामला ओपीडी यूनिट का आ रहा है जिसको बनाना ही इंजीनियर भूल गए. इसके लिए मेडिकल वार्ड की जगह को तोड़कर सात मंजिला ओपीडी बनाई जाएगी. जिसमें अतिरिक्त 52 करोड का खर्च आएगा.
हमीदिया भ्रष्टाचार का अड्डा- कांग्रेस
हॉस्पिटल के नए विंग के निर्माण में 2 साल की देरी के बाद भी इसकी समय सीमा बार-बार बढ़ाई जा रही है. इसे लेकर कांग्रेस ने सरकार को घेरा है. कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री और प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरा खेल पैसों का है और इसमें भारी भ्रष्टाचार हो रहा है. जिसकी जांच होनी चाहिए.
इधर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री कहते हैं कि सरकार का यह ड्रीम प्रोजेक्ट है और जैसे-जैसे ब्लॉक्स बनते जा रहे हैं, वार्ड को शुरू किया जा रहा है. मंत्री सारंग ने उल्टा कांग्रेस से सवाल किया कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में कितने अस्पताल बनाए यह भी बताएं.
होंगी क्या-क्या सुविधाएं
ब्लॉक 1 में मरीजों के लिए कुल बेड 919 होंगे. साथ ही 27 वार्ड होंगे, लिफ्ट- 13,ओटी- 14. यहां मेडिसिन, सर्जरी, आर्थोपेडिक्स, मनोचिकित्सा बेड, स्किन, वीडी व लेप्रोसी, टीबी एंव श्वास रोग, आसीयू,आइसोलेशन, इमरजेंसी बेड व रिकवरी बेड होंगे. जबकि ब्लॉक 2 में कुल 637 बेड होंगे. वार्ड- 14,लिफ्ट- 08. इनमें स्त्री एवं प्रसूति रोग, शिशु रोग, नेत्र विभाग, प्राइवेट वार्ड बेड व अन्य बेड,सभी विभागाध्यक्षों के कक्ष, विभागों के ऑफिस, लॉन्ड्री, वेस्ट मैनेजमेंट, सेंट्रल स्टरलाइजेशन सप्लाई डिपार्टमेंट, रिकॉर्ड रूम, नर्स कम्युनिकेशन सिस्टम होगा.
आपने क्या कभी पेड़-पौधों को अपने बारे में बताते हुए सुना है ? नहीं, तो जरूर पढ़िए ये ख़बर
काम जो रह गए अभी भी अधूरे
अंडर टनल - ब्लॉक एक और दो के बीच- मार्च 2020 तक बनना था.
कनेक्टिंग कॉरिडोर 1 - ब्लॉक एक और दो के बीच- मार्च 2020 तक बन जाना था.
कनेक्टिंग कॉरिडोर 2 - ब्लॉक एक और मल्टीलेवल तीन- प्रस्तावित
कनेक्टिंग कॉरिडोर 3 - ब्लॉक दो और मल्टीलेवल दो- प्रस्तावित
कनेक्टिंग कॉरिडोर 4 - मेडिकल कॉलेज और मल्टीलेवल एक- मार्च 2020 तक काम होना था.
कनेक्टिंग कॉरिडोर 5 - न्यू ओपीडी ब्लॉक और ओल्ड ओपीडी ब्लॉक- मार्च 2020 तक पूरा होना था.
फुट ओव्हर ब्रिज- न्यू ओपीडी और मल्टीलेवल एक- मार्च 2020 तक बनना था.
6 में से 5 ओटी अधूरे
डी ब्लॉक में 6 मुख्य ऑपरेशन थिएटर बनाए जाने हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ एक ही तैयार हो पाया है. इन ओटी में ओटी लाइट के साथ स्टरलाइजेशन यूनिट तैयार करनी है. हमीदिया अस्पताल के पीछे बड़ा तालाब होने के कारण एसटीपी का वेस्ट कहां निष्पादित किया जाए, इस पर आम सहमति नहीं बन पा रही है. ऐसे में साफ है कि हमीदिया के इन ब्लॉक्स का निर्माण जल्द होता नहीं दिख रहा.
(Congress allegation on BJP) (Hamidia hospital become den of corruption)