भोपाल। मध्यप्रदेश के उपचुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकारी योजना के वर्चुअल कार्यक्रम ने उपचुनाव को रोचक बना दिया है. कांग्रेस अब पीएम मोदी की एंट्री के बाद नए सिरे से स्टार प्रचारकों के प्रचार की रणनीति पर विचार कर रही है. कांग्रेस का कहना है कि प्रधानमंत्री सरकारी कार्यक्रमों का राजनीतिकरण कर उपचुनाव में फायदा लेना चाहते हैं. लेकिन कांग्रेस का कार्यकर्ता ही यह हमारा स्टार प्रचारक है और वही चुनाव जिताता है. कांग्रेस के आरोपों को लेकर बीजेपी का कहना है कि प्रधानमंत्री योजनाओं के तहत जिन हितग्राहियों को फायदा मिला है. उनसे प्रधानमंत्री ने बात की है. इसको राजनीति के नजरिए से नहीं देखना चाहिए.
दरअसल, मध्य प्रदेश में होने वाले 28 विधानसभा उपचुनाव को लेकर सियासत पहले ही जोर पकड़ चुकी है, लेकिन कोरोना काल के कारण प्रचार-प्रसार भी वर्चुअल तरीके से ज्यादा हो रहा है. बीजेपी ने उपचुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एंट्री करा दी है. पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही के गृह प्रवेश का कार्यक्रम वर्चुअल तरीके से किया और हितग्राहियों से बात की. वहीं उन्होंने कोरोना काल में स्ट्रीट वेंडर्स को दी गई आर्थिक सहायता के हितग्राहियों से भी वर्चुअल तरीके से बात की. लेकिन इन दोनों कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री ने उन इलाकों के हितग्राहियों से बात की, जहां उपचुनाव होना है. जिसको लेकर कांग्रेस का कहना है कि सरकारी योजनाओं के राजनीतिकरण कर उपचुनाव में फायदा लेने का आरोप लगा रही है.
बीजेपी लेना चाहती है सरकारी योजनाओं का फायदाः कांग्रेस
मध्यप्रदेश कांग्रेस के संगठन महामंत्री राजीव सिंह कहते हैं कि बीजेपी जो भी काम करती है, राजनैतिक दृष्टि से करती है. केंद्र यहा प्रदेश दोनों सरकारों की वजह से किसान और आम आदमी परेशान है. बाढ़ के कारण आम आदमी परेशान है. कोविड-19 के हर दिन प्रकरण बढ़ रहे हैं. सारे जिलों से जो रिपोर्ट आ रही है, वह चिंताजनक है. पहले जो कोरोना संक्रमण का ग्राफ धीमा था, आज की तारीख में तेजी से बढ़ रहा है और सरकार ने हाथ खड़े कर दिए हैं. जहां आक्सीजन की बड़े-बड़े जिलों में कमी आ गई है, तो छोटे- छोटे जिलों की तो आप बात ही छोड़िए. उनका कहना है कि शासन के पैसे का राजनीतिकरण किया जा रहा है. यह ठीक है कि शासन की योजना पूरे प्रदेश में लागू हुई है, लेकिन प्रधानमंत्री बातचीत भी करेंगे, तो उन जगहों पर जहां उपचुनाव होना है. जनता सब समझती है. उपचुनाव वाले क्षेत्र की जनता महसूस करती है कि उनको छला गया, ठगा गया है और उनके साथ धोखा किया गया. जिन गद्दार लोगों ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर पैसे का लालच हो या प्रलोभन हो. जिस तरह से सरकार बनाई है, जनता सब समझती है. उपचुनाव में इनको मुंहतोड़ जवाब मिलने वाला है.
कांग्रेस बदली सकती है स्टार प्रचारक
वही स्टार प्रचारकों को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस चुनाव जीतने जा रही है. हमारा बूथ लेवल का कार्यकर्ता है, जो कांग्रेस की लड़ाई लड़ता है. कांग्रेस के सिद्धांतों की बात करता है. लोगों के दुख सुख में खड़ा रहता है. कांग्रेस पार्टी अपने कार्यकर्ताओं पर पूरा भरोसा रखती है और मानती है कि जीत भी उन्हीं लोगों की वजह से मिलती है. कार्यकर्ता महसूस कर रहा है कि उसको ठगा गया है. इसलिए और ज्यादा ताकत से अपने क्षेत्र में काम कर रहा है. हमें पूरा विश्वास है कि हमारा कार्यकर्ता हमें चुनाव जिताएगा. हालांकि कांग्रेस भी अब केंद्रीय नेतृत्व के कुछ नेताओं को प्रचार में लगाना चाहती है.
बीजेपी का पलटवार
वहीं बीजेपी प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया का कहना है कि प्रधानमंत्री आवास में गृह प्रवेश हुए हैं. यानि प्रधानमंत्री द्वारा दी गई राशि से जो ग्रह बने हैं, उनमें प्रवेश हुआ है. इसलिए वह प्रधानमंत्री की वर्चुअल उपस्थिति में हुए हैं. जहां एक तरफ प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री एक्चुअल उपस्थित थे, वही स्थिति हितग्राही की भी एक्चुअल उपस्थिति थी. यह कोई चुनावी लाभ या चुनाव के लिए किया गया काम नहीं है. यह प्रक्रिया पिछले एक साल से चल रही है. एक वर्ष पूर्व आवास स्वीकृत हुए, स्वीकृत आवास का निर्माण हुआ और निर्माण पूरा होने के बाद गृह प्रवेश हुआ है. यह चुनावी मामला नहीं था. यह उत्साह और उमंग का वातावरण था. जो लोग कभी नहीं सोच सकते थे कि कच्चे टप्पर से निकल आरसीसी के मकान में जाएंगे. प्रधानमंत्री की कृपा से और मुख्यमंत्री की पहरेदारी से निर्माण हुआ है, उसमें वह लोग रहने आए हैं. मप्र में सौभाग्य की बात है कि पौने दो लाख गृह प्रवेश हुए है. ऐसा मध्य प्रदेश के इतिहास में पहली बार हुआ है. कांग्रेस केवल बेवजह के आरोप लगाती है.