भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोरोना की समीक्षा बैठक की. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा है कि बिना लक्षण वाले ऐसे मरीज जिनके घर में उनके लिए व्यवस्था है और जो घर पर ही रहना चाहते हैं, उनके होम आइसोलेशन के दौरान इलाज और देखभाल की मॉनिटरिंग की अच्छी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं. इसके साथ ही अब कस्बों और गांवों में भी कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है. जिसके देखते हुए जिलों की तरह सब डिविजन स्तर पर भी क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप बनाए जाएं.
कोरोना समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए हैं कि क्वॉरेंटाइन और आइसोलेशन किए जाने के संबंध में जिलों को गाइडलाइन दोबारा जारी करने के निर्देश दिए हैं. बैठक में शामिल एसीएस हेल्थ ने बताया कि जो मरीज कोविड पॉजिटिव हैं, उनका परिस्थिति अनुसार 'होम आइसोलेशन' किया जा सकता है और जो संदिग्ध हैं, उनका 'होम आइसोलेशन' और 'संस्थागत क्वॉरेंटाइन' किया जा सकता है. जिलेवार समीक्षा में पाया गया कि इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर और मुरैना में ज्यादा कोरोना प्रकरण पाए गए हैं. इन जिलों को लेकर मुख्यमंत्री ने इन सभी जिलों में विशेष ध्यान रखे जाने के निर्देश दिए.
बता दें कि प्रदेश में बिना लक्षण वाले 1 हजार 185 कोरोना मरीजों को 'होम आइसोलेशन' में रखा गया है. इनमें से इंदौर में 492, जबलपुर में 326, ग्वालियर में 113, भोपाल में 47 और शिवपुरी में 42 मरीजों को 'होम आइसोलेशन' में रखा गया है.