भोपाल। पूर्व सीएम कमलनाथ के मध्य प्रदेश को बिकाऊ प्रदेश बताने वाले बयान पर राजनीति शुरू हो गई है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उनके बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मुझे बड़ा दुख और पीड़ा हो रही है कि जो व्यक्ति इस प्रदेश का सवा साल तक मुख्यमंत्री रहा. जिस प्रदेश ने उन्हें 1980 से लगातार सांसद चुना जा और इसी वजह से वे केंद्र सरकार में केंद्रीय मंत्री भी रहे. लेकिन आज वह मध्य प्रदेश को बिकाऊ प्रदेश कह रहे हैं. सीएम शिवराज ने कहा कि यह मध्य प्रदेश की 8 करोड़ जनता का अपमान है और कमलनाथ को अपने दिए गए बयान पर प्रदेश की जनता से तत्काल क्षमा मांगनी चाहिए.
कमलनाथ ने ग्वालियर में दिया था बयान
ग्वालियर में हुई एक सभा के दौरान कमलनाथ ने इस बात का जिक्र करते हुए कहा है कि मैं कभी भी किसी दूसरे नेता के क्षेत्राधिकार में जाना पसंद नहीं करता. यही वजह है कि मैंने सिंधिया के होते हुए कभी भी ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में हस्तक्षेप नहीं किया. वहीं उन्होंने प्रदेश का जिक्र करते हुए कहा है कि आज मध्य प्रदेश की छवि बिकाऊ प्रदेश की हो गई है. जिसकी वजह से यहां की छवि खराब हुई है, हालांकि उन्होंने इस दौरान बीजेपी पर एक बार फिर आरोप लगाया है कि सत्ता की लालसा में कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों को अपनी पार्टी में मिलाया गया.
प्रदेश में होने वाले 28 विधानसभा के उपचुनाव को लेकर राजनीतिक दलों के द्वारा तैयारियां जोरों शोरों से शुरू कर दी गई है, उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए बीजेपी और कांग्रेस ने एड़ी चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है. यही वजह है कि अपने राजनीतिक सफर के दौरान हमेशा ग्वालियर चंबल क्षेत्र से दूरी बनाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अब ग्वालियर क्षेत्र में सक्रिय हो गए हैं. ऐसा पहली बार हो रहा है जब वह ग्वालियर चंबल क्षेत्र में कांग्रेस के लिए प्रचार कर रहे हैं.