भोपाल/टीकमगढ़। मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में टीकमगढ़ सीट से कांग्रेस उम्मीदवार बनाए गए पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह बुंदेला के घर पर असम पुलिस ने दबिश दी है. मामला करीब 63 करोड़ के फ्रॉड के मामले से जुड़ा बताया जा रहा है. असम पुलिस की टीम इस मामले में पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह और उनके बेटे शाश्वत सिंह बुंदेला से पूछताछ कर रही है. जांच अधिकारियों के मुताबिक कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ यह कार्रवाई अदालत के आदेश के आधार पर की जा रही है.
जालसाजी के मामले में पूछताछ: टीकमगढ़ कोतवाली थाना प्रभारी आनंद राज ने बताया कि ''हमें असम की एक अदालत से मेल के जरिए एक पत्र प्राप्त हुआ था, जिसमें कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ चल रही जांच में सहयोग के लिए कहा गया था. आज गुरुवार को असम पुलिस की चार सदस्यीय टीम जालसाजी से जुड़े मामले की पूछताछ के लिए सुबह टीकमगढ़ स्थित यादवेंद्र के आवास पर पहुंची.''
कांग्रेस नेता के परिजनों के खिलाफ हुआ था केस दर्ज: दरअसल यह पूरा मामला सीआईडी द्वारा दर्ज किए गए प्रकरण से संबद्ध है. इस मामले में कोर्ट के आदेश पर पूछताछ की जा रही है. पूछताछ के लिए आए असम पुलिस के अधिकारी उत्तम धुले ने बताया कि ''यह मामला जालसाजी से जुड़ा है. कुछ समय पहले कांग्रेस नेता के परिजनों के खिलाफ जांच के बाद जालसाजी, कूटरचित दस्तावेज तैयार करने और धमकाने जैसी धाराओं में प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है. इस मामले में ही आरोपियों के बयान लिए गए हैं.
कांग्रेस बोली कार्रवाई राजनीति से प्रेरित: उधर कांग्रेस उम्मीदवार के घर असम पुलिस के पहुंचने की खबर लगते ही बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता पहुंच गए. कार्यकर्ताओं को घर में दाखिल होने से रोकने के लिए स्थानीय पुलिस को खूब मशक्कत करनी पड़ी. उधर चुनाव के दौरान कांग्रेस उम्मीदवार के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई को कांग्रेस ने राजनीति से प्रेरित बताया है.
जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही भाजपा: कांग्रेस जिला अध्यक्ष गौरव शर्मा ने आरोप लगाया कि ''कांग्रेस उम्मीदवार यादवेन्द्र सिंह इस सीट से मजबूत प्रत्याशी है और उनकी जीतने की पूरी संभावनाए हैं. इस वजह से केन्द्र और राज्य सरकार ने चुनाव के पहले ही कांग्रेस उम्मीदवार पर दवाब बनाने के लिए यह हथकंडा अपनाया है. बीजेपी जहां भी सत्ता में होती है वह जांच एजेंसियों का इसी तरह दुरूपयोग करती है, लेकिन कांग्रेस इससे झुकने वाली नहीं है.