भोपाल। प्रदेश में उपचुनाव के खत्म होते ही सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर एक्शन में नजर आ गए हैं. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भोपाल नगर निगम में संपत्ति के एक नामांतरण मामले मे निगम के अधिकारियों द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी. जिसकी सूचना सीएम शिवराज सिंह को लगी थी. इसके बाद उन्होंने पूरे मामले में निगम कमिश्नर को जांच के आदेश दिए थे.
दरअसल भोपाल नगर निगम के अंतर्गत जोन 12 वार्ड 69 में कृष्णानंद भार्गव की पत्नी की मृत्यु के बाद घर के नामांतरण के लिए लंबे समय से परेशान हो रहे थे. वार्ड कार्यालय के कर्मचारी नामांतरण के नाम पर पैसे की मांग कर रहे थे. इसकी शिकायत भोपाल कलेक्टर और नगर निगम के अधिकारियों से भी की गई. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन जैसे ही इस मामले की जानकारी सीएम शिवराज सिंह चौहान को लगी तो उन्होंने तत्काल भोपाल नगर निगम कमिश्नर वीएस चौधरी कोलसानी को इस पूरे मामले में जांच करने के निर्देश दिए थे.
लिहाजा जांच में पाया गया कि वार्ड प्रभारी रमीज उद्दीन, जोनल अधिकारी उमाकांत शर्मा और राहुल साहू ने शिकायतकर्ता से पैसे की मांग की है. इसके बाद रमीज उद्दीन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है वहीं जोनल अधिकारी उमाकांत शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. इसके साथ ही 25 दिन से काम कर रहे कर्मचारी राहुल साहू को कार्य से हटा दिया गया है. वहीं उमाकांत शर्मा को कारण बताओ नोटिस का 24 घंटे के अंदर जवाब देने का निर्देश दिया गया है.
प्रापर्टी के नामांतरण को लेकर रिश्वत मांगना पड़ा भारी, सीएम शिवराज सिंह के निर्देश पर हुई ये बड़ी कार्रवाई
घर के नामांतरण के लिए निगम कर्मचारी के द्वारा रिश्वत मांगने के मामले में सीएम शिवराज सिंह के निर्देश के बाद कार्रवाई की गई है. एक कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है. जबकि दूसरे कर्मचारी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.
भोपाल। प्रदेश में उपचुनाव के खत्म होते ही सूबे के मुखिया शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर एक्शन में नजर आ गए हैं. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भोपाल नगर निगम में संपत्ति के एक नामांतरण मामले मे निगम के अधिकारियों द्वारा रिश्वत की मांग की जा रही थी. जिसकी सूचना सीएम शिवराज सिंह को लगी थी. इसके बाद उन्होंने पूरे मामले में निगम कमिश्नर को जांच के आदेश दिए थे.
दरअसल भोपाल नगर निगम के अंतर्गत जोन 12 वार्ड 69 में कृष्णानंद भार्गव की पत्नी की मृत्यु के बाद घर के नामांतरण के लिए लंबे समय से परेशान हो रहे थे. वार्ड कार्यालय के कर्मचारी नामांतरण के नाम पर पैसे की मांग कर रहे थे. इसकी शिकायत भोपाल कलेक्टर और नगर निगम के अधिकारियों से भी की गई. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई, लेकिन जैसे ही इस मामले की जानकारी सीएम शिवराज सिंह चौहान को लगी तो उन्होंने तत्काल भोपाल नगर निगम कमिश्नर वीएस चौधरी कोलसानी को इस पूरे मामले में जांच करने के निर्देश दिए थे.
लिहाजा जांच में पाया गया कि वार्ड प्रभारी रमीज उद्दीन, जोनल अधिकारी उमाकांत शर्मा और राहुल साहू ने शिकायतकर्ता से पैसे की मांग की है. इसके बाद रमीज उद्दीन को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है वहीं जोनल अधिकारी उमाकांत शर्मा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. इसके साथ ही 25 दिन से काम कर रहे कर्मचारी राहुल साहू को कार्य से हटा दिया गया है. वहीं उमाकांत शर्मा को कारण बताओ नोटिस का 24 घंटे के अंदर जवाब देने का निर्देश दिया गया है.