भिंड। भिंड जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक में मंगलवार को मेहगांव विधानसभा सीट पर उपचुनाव में मिली हार के बाद समीक्षा में लहार विधायक डॉ गोविंद सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित हुआ है. 114 पदाधिकारियों द्वारा जिला अध्यक्ष को अधिकृत किया गया और डॉ गोविंद सिंह को 6 साल के लिए निष्कासित करने का प्रस्ताव प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजा गया है. डॉक्टर गोविंद सिंह कमलनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं.
डॉ गोविंद सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित
उपचुनाव के बाद कांग्रेस द्वारा उन सीटों पर अब समीक्षा की जा रही है. ऐसे में मंगलवार को भिंड जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा समीक्षा बैठक बुलाई गई. जिसमें हेमंत कटारे, जो मेहगांव से कांग्रेस के प्रत्याशी थे, उनकी हार के लिए पूर्व मंत्री और लहार विधायक डॉ गोविंद सिंह को जिम्मेदार मानते हुए उनके निंदा प्रस्ताव पारित किया गया है.
'हेमंत कटारे को हराने के लिए गोविंद सिंह जिम्मेदार'
कांग्रेस जिला अध्यक्ष जय श्रीराम बघेल ने बताया कि, बैठक में हेमंत कटारे की हार की समीक्षा के दौरान डॉक्टर गोविंद सिंह को दोषी पाया गया है. कार्यकर्ताओं ने इसके प्रमाण भी दिए हैं. ऐसे में जो व्यक्ति कांग्रेस में भितरघात करे, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. इसलिए निंदा प्रस्ताव लाया गया था.
गोविंद सिंह पर बूथ कैपचरिंग का आरोप
कांग्रेस जिला अध्यक्ष ने कहा कि, उपचुनाव के दौरान मतदान के दिन डॉक्टर गोविंद सिंह के लोगों ने ही बूथ कैपचरिंग की और बीजेपी को फायदा पहुंचाया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं से भी मारपीट की. ऐसे कई सबूत सामने आए हैं, जिनमें ये साबित होता है.
6 साल के लिए निष्कासन की मांग
जिला अध्यक्ष ने बताया कि, कार्यकारिणी में डेढ़ सौ से ज्यादा लोग शामिल हैं. जिनमें से 114 सदस्यों ने उन्हें अधिकृत किया है. कार्यकर्ताओं और कार्यकारिणी सदस्यों से बनी सहमति से डॉक्टर गोविंद सिंह के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर जिला स्तर पर मोहर लगी है. इस प्रस्ताव में डॉक्टर गोविंद सिंह को 6 साल के लिए निष्कासित करने की मांग की गई है.
हाईकमान को भेजेंगे निंदा प्रस्ताव की कॉपी
जिला स्तरीय कार्यकारिणी में निंदा प्रस्ताव पारित होने के बाद अब इसकी कॉपी हाईकमान को भेजी जाएगी. जिलाध्यक्ष ने बताया कि, सभी शिकायतों को एकत्र करने के बाद निंदा प्रस्ताव के साथ उनकी कॉपी राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, प्रभारी महासचिव मुकुल वासनिक और यहां के प्रभारी रहे पर्यवेक्षक सुधांशु त्रिपाठी को भेजा जाएगा.
'कार्रवाई नहीं हुई, तो कांग्रेस भंग कर देनी चाहिए'
निंदा प्रस्ताव के बावजूद कार्रवाई न होने को लेकर जय श्रीराम बघेल ने बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि, अगर कांग्रेस में कोई भितरघात करता है. उसको लेकर जिला कांग्रेस द्वारा पारित किए गए प्रस्ताव पर अगर आलाकमान कोई कार्रवाई नहीं करता, तो कांग्रेस का कोई मतलब नहीं. फिर कांग्रेस को भंग ही कर देनी चाहिए.