भिंड। मध्य प्रदेश में इन दिनों पोषण आहार घोटाला प्रमुख मुद्दा बन चुका है. पूरे प्रदेश में पोषण अगर के नाम पर दो अरब रुपए से ज्यादा का घोटाला हुआ है. इस बीच भिंड जिले में भी करोड़ों का घोटाला होने का दावा मध्यप्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह ने किया है. उन्होंने कोविड की पहली लहर के दौरान लॉक्डाउन अवधि में महिला बाल विकास विभाग के प्रभारी डीपीओ अब्दुल गफ्फार खान और बीजेपी नेताओ की मिलीभगत से रेडी टू ईट और टेक होम राइस के नाम पर करोड़ों का घोटाला करने का आरोप लगाया है. Leader of Opposition Govind Singh, Govind Singh on Food Scam
लोग घरों में बंद थे, डीपीओ ने कैसे बंटवाया करोड़ों का पोषण आहार: डॉक्टर गोविंद सिंह ने बताया कि विधानसभा में पिछले साल 24 फरवरी 2021 में सत्र के दौरान सवाल किया था की उनकी विधानसभा क्षेत्र के लहार ब्लॉक में मार्च 2020 से जुलाई 2020 तक कितना पोषण आहार आंगनवाड़ियों में वितरित किया गया. जिस बात का जवाब खुद सीएम शिवराज द्वारा 24 फरवरी 2021 को देकर बताया गया था कि सिर्फ लहार अनुभाग में 5 करोड़ 99 लाख रुपय का रेडी टू ईट भोजन वितरण किया गया. वहीं 7 करोड़ 19 लाख 13 हजार रुपए का तेल होम राइस बांटा गया. उन्होंने कहा कि उन चार महीनों में जब देश भर में पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया था और सभी अपने घरों में बंद थे उस दौरान भिंड में डीपीओ अब्दुल गफ्फार ने सिर्फ लहार में अकेले 13 करोड़ 18 लाख रुपय से ज्यादा का पोषण आहार बांट दिया. उन्होंने क्या इसके लिए रोबोट लगाए थे.
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लड्डू और सत्तू में भी करोड़ों का गबन: इतना ही नहीं नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि एक अकेले ब्लॉक में 13 करोड़ तो पूरे जिले में कितना बड़ा घोटाला होगा. वहीं पोषण आहार में लड्डू और सत्तू पर विधानभवन में पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा द्वारा लगाए गए सवाल के जवाब का भी जिक्र करते हुए कहा की सज्जन वर्मा ने पूछा था कि लाक्डाउन के शुरुआती चार महीने में प्रदेश में कितना लड्डू और सत्तू बांटा गया जिसके जवाब में बताया गया की मार्च 2020 से जुलाई 2020 तक पड़ोसी मुरेना जिले में 20,399 क्विंटल लड्डू और सत्तू बांटा गया. जिसका व्यय कुल 7 करोड़ 95 लाख रुपय था. जबकि भिंड जिले में सिर्फ 9000 क्विंटल वितरण किया गया, जिसका भुगतान 5 करोड़ 70 लाख रुपए किया गया. ऐसे में दोनों जिलों में भुगतान का अंतर साफ देख जा सकता है, जो खुद घोटाले की पोल खोल रहा है. ऐसे में पोषण आहार के मामले में पूरे प्रदेश में 2 अरब 8 करोड़ 39 लाख रुपय से ज्यादा का घोटाला है.
विधानसभा में सरकार को घेरने की तैयारी: डॉक्टर गोविंद सिंह ने कहा कि आने वाले विधानसभा सत्र में कांग्रेस इस पोषण आहार घोटाले पर सदन में सरकार को घेरेगी. इस मुद्दे को पूरे दम से उठाया जाएगा. राज्यपाल से मुलाकात कर शिवराज सरकार को बर्खास्त करने की मांग की बात उन्होंने कही. साथ ही कहा कि प्रदेश की जनता का दलिया और खिचड़ी पोषण आहार तक खा जाने वाली सरकार को सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है.
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