बैतूल। मध्य प्रदेश के बैतूल में आदिवासियों के संगठन जयस के आह्वान पर अतिक्रमण हटाने को लेकर दिए जा रहे धरना-प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए. उनकी पुलिस से झड़प हो गई, प्रदर्शनकारियों ने कई दुकानों को आग के हवाले कर दिया तो पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. इस उग्र प्रदर्शन में शामिल 32 लोगों पर प्रकरण दर्ज किया गया है. बताया गया है कि आदिवासी ब्लॉक भीमपुर मुख्यालय पर जयस आदिवासी संगठन द्वारा अस्पताल की जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए धरना प्रदर्शन किया जा रहा था. धरना प्रदर्शन में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए, शनिवार रात को धरना प्रदर्शन हिंसक हो गया. प्रदर्शनकारियों ने कई दुकानों में आग लगा दी और तोड़फोड़ करना शुरू कर दिया. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया, तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर ही पथराव करना शुरू कर दिया.
32 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज
हालात बिगड़ने पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े औक बल प्रयोग करना पड़ा तब स्थिति काबू में आई. चिचोली थाना प्रभारी अजय सोनी ने बताया कि आगजनी, तोड़फोड़, पुलिस पर पथराव और कानून व्यवस्था को हाथ में लेने वाले 32 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. आरोपियों को गिरफ्तार करना शुरू कर दिया है, अभी क्षेत्र में हालात पूरी तरह से सामान्य हैं. हिंसक आंदोलन के बाद भीमपुर में अभी भी एहतियात के तौर पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया है. सुबह से ही बाजार में सन्नाटा पसरा और दुकानें बंद हैं.
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प्रदर्शन के दौरान कई लोग भड़काऊ भाषण देते रहे, यहां तक कि नेताओं के खिलाफ भी अशोभनीय भाषा का भी प्रयोग किया गया. बाद में प्रदर्शनकारी बेकाबू हो गए और उनकी पुलिस से हिंसक झड़प हो गई. हालांकि प्रदर्शन कर रहे आदिवासियों का कहना है कि प्रदर्शन में कुछ दंगाई घुस गए थे, जिसके कारण इस तरह के हालात बने.
इनपुट - आईएएनएस