बड़वानी। कोरोना वायरस के चलते किए गए लॉकडाउन का तीसरा चरण शुरू हो गया है. लेकिन लगभग डेढ़ माह बीत जाने के बाद भी मजदूरों का पलायन लगातार जारी है. इस दौरान सैकड़ों की संख्या में मजदूर पैदल ही अपने घरों के लिए भूखे-प्यासे निकल पड़े हैं. ऐसे लोगों की सहायता के लिए जिले के कई सामाजिक संगठन आगे आए हैं. जिसके चलते वे दिन-रात मजदूरों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था में जुटे हुए हैं. इसी कड़ी में बालसमुद बेरियर के पास नांगलवाड़ी भिलट देव मंदिर संस्थान द्वारा टेंट लगाकर प्रतिदिन 11 क्विंटल खिचड़ी तथा कड़ी बनाकर मजदूरों को दी जा रही है.
इस संस्थान के प्रयासों से यहां से गुजरने वाले मजदूर खुशी-खुशी लाइन लगाकर भोजन प्रसादी ग्रहण कर रहे हैं. मंदिर समिति के अध्यक्ष ने बताया कि पहले नांगलवाड़ी भीलट धाम से ही भोजन बन कर राष्ट्रीय राजमार्ग 3 पर मजदूरों को वितरित होता था. लेकिन कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच भागदौड़ को देखते हुए बालसमुद स्थित एक होटल पर मजदूरों के लिए खाना बनाने का कार्य शुरू किया गया है. जिससे भोजन बांटने के लिए ज्यादा समय की बर्बादी नहीं करनी पड़ती है और सभी मजदूरों को खाना भी मिल जाता है.
जिले में महाराष्ट्र से लगातार मजदूरों का घर वापसी का दौर जारी है. ऐसे में जिला प्रशासन पर दबाव को देखते हुए कई सामाजिक संगठन व मंदिर ट्रस्टी मजदूरों के भोजन पानी की व्यवस्था में स्वयं दिन-रात जुटे हैं. जिसमें महाराष्ट्र की सीमा से लगे सेंधवा से ठीकरी तक के युवा व सामाजिक संगठन अपना सहयोग दे रहे हैं.