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छात्राओं को प्रिंसिपल की शिकायत करना पड़ा महंगा, सात दिन के लिए किया गया सस्पेंड

शासकीय कन्या शाला की छात्राओं ने स्कूल के प्रिंसिपल वाय. के. डोंगरे के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत की है. जिससे गुस्से में आकर प्रिंसिपल ने भड़ास निकालते हुए एक छात्रा को सात दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है.

प्रिंसिपल ने छात्रा को किया सस्पेंड
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Published : Aug 25, 2019, 12:42 PM IST

बालाघाट। जिले में प्रिंसिपल की हिटलरशाही का मामला सामने आया हैं. शासकीय कन्या शाला की छात्राओं ने स्कूल के प्रिंसिपल वाय. के. डोंगरे के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत की है. जिससे गुस्से में आकर प्रिंसिपल ने भड़ास निकालते हुए एक छात्रा को सात दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है. मामला सामने आने के बाद कलेक्टर दीपक आर्य ने जांच के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही हैं.

प्रिंसिपल ने छात्रा को किया सस्पेंड


छात्राओं ने प्रिंसिपल वाय.के.डोंगरे की शिकायत करते हुए लिखा है कि प्रिंसिपल का व्यवहार छात्राओं के प्रति अच्छा नहीं हैं और हमेशा गुस्सा दिखाते हैं. प्रिंसिपल के कारण पूरी स्टेशनरी उपलब्ध नहीं हो सकी जिससे पढ़ाई पर असर हो रहा हैं इसके अलावा परिसर में छात्राओं की छात्रवृत्ति भी नहीं डली हैं. नया कॉमर्स कोर्स शुरू हो गया हैं लेकिन टीचर पदस्थ नहीं हुए हैं. छात्राओं ने प्रिंसिपल को हटाकर महिला प्रिंसिपल की पदस्थापना करने की भी मांग की थी.


गुस्साए प्रिंसिपल ने छात्रा के पिता को नोटिस दिया है. जिसमें कई तरह के गंभीर आरोप लगाते हुए प्रिंसिपल ने गुरू-शिष्य परंपरा की सारी मर्यादा ही तोड़ दी हैं. नोटिस देखकर नहीं लगता कि कोई गुरू अपने छात्राओं के लिए ऐसी अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल कर सकता हैं. प्रिंसिपल ने बात को दोहराते हुए कहा कि छात्रा ने प्रशासन को झूठी शिकायत करके गलती की हैं इसलिये उसे सस्पेंड किया गया हैं.


21 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के निधन के दिन दोपहर में छुट्टी के पश्चात कन्या शाला परिसर की समस्त छात्राओं ने रैली के माध्यम से कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर अशोक कुमार मांझी को ज्ञापन पत्र सौंपा था. वहीं कलेक्टर दीपक आर्य ने कहा कि प्रिंसिपल वाय.के.डोंगरे की कई शिकायतें हैं जिसकी जांच की जा रही और छात्रा को सस्पेंड करने के मामले को वह खुद देख रहे हैं और सोमवार से छात्रा कक्षा में बैठने लगेगी.

बालाघाट। जिले में प्रिंसिपल की हिटलरशाही का मामला सामने आया हैं. शासकीय कन्या शाला की छात्राओं ने स्कूल के प्रिंसिपल वाय. के. डोंगरे के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत की है. जिससे गुस्से में आकर प्रिंसिपल ने भड़ास निकालते हुए एक छात्रा को सात दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है. मामला सामने आने के बाद कलेक्टर दीपक आर्य ने जांच के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही हैं.

प्रिंसिपल ने छात्रा को किया सस्पेंड


छात्राओं ने प्रिंसिपल वाय.के.डोंगरे की शिकायत करते हुए लिखा है कि प्रिंसिपल का व्यवहार छात्राओं के प्रति अच्छा नहीं हैं और हमेशा गुस्सा दिखाते हैं. प्रिंसिपल के कारण पूरी स्टेशनरी उपलब्ध नहीं हो सकी जिससे पढ़ाई पर असर हो रहा हैं इसके अलावा परिसर में छात्राओं की छात्रवृत्ति भी नहीं डली हैं. नया कॉमर्स कोर्स शुरू हो गया हैं लेकिन टीचर पदस्थ नहीं हुए हैं. छात्राओं ने प्रिंसिपल को हटाकर महिला प्रिंसिपल की पदस्थापना करने की भी मांग की थी.


गुस्साए प्रिंसिपल ने छात्रा के पिता को नोटिस दिया है. जिसमें कई तरह के गंभीर आरोप लगाते हुए प्रिंसिपल ने गुरू-शिष्य परंपरा की सारी मर्यादा ही तोड़ दी हैं. नोटिस देखकर नहीं लगता कि कोई गुरू अपने छात्राओं के लिए ऐसी अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल कर सकता हैं. प्रिंसिपल ने बात को दोहराते हुए कहा कि छात्रा ने प्रशासन को झूठी शिकायत करके गलती की हैं इसलिये उसे सस्पेंड किया गया हैं.


21 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के निधन के दिन दोपहर में छुट्टी के पश्चात कन्या शाला परिसर की समस्त छात्राओं ने रैली के माध्यम से कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर अशोक कुमार मांझी को ज्ञापन पत्र सौंपा था. वहीं कलेक्टर दीपक आर्य ने कहा कि प्रिंसिपल वाय.के.डोंगरे की कई शिकायतें हैं जिसकी जांच की जा रही और छात्रा को सस्पेंड करने के मामले को वह खुद देख रहे हैं और सोमवार से छात्रा कक्षा में बैठने लगेगी.

Intro:बालाघाट-- बालाघाट के शासकीय कन्या शाला के छात्राओ द्वारा स्कूल के प्राचार्य वाय के डोंगरे के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत किया जाना महंगा पङ गया है....जब प्राचार्य ने प्रीति लांजेवार नामक छात्रा को 7 दिन के लिये शाला से बहिष्कृत कर दिया.....जी हाँ कलेक्टर से शिकायत किये जाने से नाराज प्राचार्य ने अपनी गुस्सा व भड़ास प्रीति लांजेवार नामक छात्रा पर निकालते हुये छात्रा को सप्ताह भर के लिये स्कूल से बहिष्कृत कर दिया। साथ ही आगामी 4 सितम्बर तक जवाब देने कहा हैं जवाब संतोषप्रद नहीं होने पर टीसी थमाने की भी धमकी दे डाली है। जिससे छात्रा व उसके परिजनों में भय का माहौल हैं और वह डरे सहमे हैं। इस प्रकरण के सामने आने के बाद इस तरह का किसी शासकीय स्कूल में छात्रा को दंडित करने के नाम पर प्राचार्य की हिटलरशाही का यह पहला मामला बालाघाट जिले में सामने आया हैं। प्रायवेट स्कूलों में इस तरह का मामला पहले भी देखने मिला है लेकिन बालाघाट के शासकीय शाला से छात्रा को बहिष्कृत करने का कार्य प्राचार्य ने ही कर दिया। हालाँकि प्राचार्य वाय.के.डोंगरे की इस करतूत सामने आने के बाद मामले की गंभीरता को देखते हुये कलेक्टर  दीपक आर्य ने मामले की जांच कर आवश्यक कार्यवाही करने की बात कही हैं।

Body:जानकारी के मुताबिक शासकीय कन्या शाला परिसर में कक्षा छठवी से लेकर ग्यारहवी तक की छात्रायें अध्ययनरत हैं। इस परिसर पर वाय.के.डोंगरे प्राचार्य हैं। पा्रचार्य पूर्व से विवादास्प्रद हैं। जिसके चलते विगत 21 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के निधन के दिन दोपहर में छुटटी के पश्चात कन्या शाला परिसर की समस्त छात्राओं ने रैली के माध्यम से कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर अशोक कुमार मांझी को ज्ञापन पत्र सौंपा था। एक सादे कागज में मन की बात लिखते हुये इन छात्राओं ने प्राचार्य वाय.के.डोंगरे को लेकर शिकायत की थी। जिसमें बताया गया था कि प्राचार्य छात्राओं से अच्छे व्यवहार नहीं करते हैं और उन से जब भी चर्चा करने का प्रयास करते हैं तो वह गुस्सा दिखाते हैं। प्राचार्य के कारण पूरी स्टेशनरी उपलब्ध नहीं हो सकी और उससे उनकी पढ़ाई प्रभावित हैं। इसके अलावा परिसर में छात्राओं की छात्रवृत्ति भी नही डली हैं। नया कामर्स कोर्स प्रारंभ हुये हैं लेकिन टीचर पदस्थ नहीं हुये हैं। प्राचार्य को हटाकर किसी मेडम की पदस्थापना करने की मांग भी की थी। इसके बाद कुछ छात्राओं ने मीडिया से भी चर्चा करते हुये अपनी समस्याओं को सामने रखा था।

Conclusion:छात्राओं के इस शिकायत किया जाना प्राचार्य वाय.के.डोंगरे को नागवार गुजरा और उन्होने एक छात्रा प्रीति लांजेवार को सप्ताह भर के लिये बहिष्कृत कर दिया। जिसके बाद से छात्रा डरी व सहमी हुई हैं। छात्रा को लेकर दी गई उसके पिता के नाम नोटिस में कई तरह के गंभीर आरोप लगाते हुये प्राचार्य ने गुरू-शिष्य परम्परा की सारी मर्यादा ही तोड़ दी हैं। पत्र देखकर नहीं लगता कि एक प्राचार्य अपने छात्राओं के प्रति भी ऐसी अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल कर सकते हैं। हालांकि प्राचार्य ने अपनी बात को दोहराते हुये कहा कि छात्रा ने गलती की हैं इसलिये उसे बहिष्कृत किया हैं। प्रशासन को झूठी शिकायत करने की सजा दी गई हैं।
कलेक्टर ने कहा कि प्राचार्य की कई शिकायतें हैं जिसकी जांच की जा रही और छात्रा को बहिष्कृत करने के मामले को वह स्वंय देख रहे। सोमवार से छात्रा अपने कक्षा में बैठने लगेगी।
बाईट-प्रीति लांजेवार पीङित छात्रा
बाईट- प्राचार्य वाय.के.डोंगरे
बाईट- दीपक आर्य कलेक्टर बालाघाट





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