बालाघाट। जिले में प्रिंसिपल की हिटलरशाही का मामला सामने आया हैं. शासकीय कन्या शाला की छात्राओं ने स्कूल के प्रिंसिपल वाय. के. डोंगरे के खिलाफ कलेक्टर से शिकायत की है. जिससे गुस्से में आकर प्रिंसिपल ने भड़ास निकालते हुए एक छात्रा को सात दिन के लिए सस्पेंड कर दिया है. मामला सामने आने के बाद कलेक्टर दीपक आर्य ने जांच के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही हैं.
छात्राओं ने प्रिंसिपल वाय.के.डोंगरे की शिकायत करते हुए लिखा है कि प्रिंसिपल का व्यवहार छात्राओं के प्रति अच्छा नहीं हैं और हमेशा गुस्सा दिखाते हैं. प्रिंसिपल के कारण पूरी स्टेशनरी उपलब्ध नहीं हो सकी जिससे पढ़ाई पर असर हो रहा हैं इसके अलावा परिसर में छात्राओं की छात्रवृत्ति भी नहीं डली हैं. नया कॉमर्स कोर्स शुरू हो गया हैं लेकिन टीचर पदस्थ नहीं हुए हैं. छात्राओं ने प्रिंसिपल को हटाकर महिला प्रिंसिपल की पदस्थापना करने की भी मांग की थी.
गुस्साए प्रिंसिपल ने छात्रा के पिता को नोटिस दिया है. जिसमें कई तरह के गंभीर आरोप लगाते हुए प्रिंसिपल ने गुरू-शिष्य परंपरा की सारी मर्यादा ही तोड़ दी हैं. नोटिस देखकर नहीं लगता कि कोई गुरू अपने छात्राओं के लिए ऐसी अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल कर सकता हैं. प्रिंसिपल ने बात को दोहराते हुए कहा कि छात्रा ने प्रशासन को झूठी शिकायत करके गलती की हैं इसलिये उसे सस्पेंड किया गया हैं.
21 अगस्त को पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर के निधन के दिन दोपहर में छुट्टी के पश्चात कन्या शाला परिसर की समस्त छात्राओं ने रैली के माध्यम से कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर डिप्टी कलेक्टर अशोक कुमार मांझी को ज्ञापन पत्र सौंपा था. वहीं कलेक्टर दीपक आर्य ने कहा कि प्रिंसिपल वाय.के.डोंगरे की कई शिकायतें हैं जिसकी जांच की जा रही और छात्रा को सस्पेंड करने के मामले को वह खुद देख रहे हैं और सोमवार से छात्रा कक्षा में बैठने लगेगी.