बालाघाट: केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर दिल्ली सीमा क्षेत्रों के विभिन्न स्थानों पर बीते 59 दिनों से धरने पर बैठे देशभर के किसानों के आंदोलन में शामिल होने के लिए वारासिवनी से भी किसानों का एक जत्था आज दोपहर दिल्ली के लिए रवाना हुआ.
बालाघाट के किसानों ने किया दिल्ली कूच
दिल्ली के लिए कूच करने के दौरान इन किसानों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार द्वारा किसानों से बिना चर्चा किए हुए जो 3 किसान कानून देश भर में लागू किए हैं वो किसानों के हितों के लिए नही हैं, बल्कि ये किसानों के लिए मौत का वारंट है. इन कानूनों से किसान बेबस और असहाय हो जाएगा. किसानों ने कहा कि बीजेपी ने कुछ पूंजीपतियों के लिए ये कानून लाए हैं. किसानों ने कहा कि 26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मौके पर ट्रैक्टर रैली निकालने का संकल्प हमने लिया है जिसमें हम अपनी भागीदारी करने के लिए आज दिल्ली के लिए कूच कर रहे हैं.
100 से अधिक किसान हुए दिल्ली रवाना
शुक्रवार की दोपहर वारासिवनी सहित जिले भर से करीब 100 से अधिक किसान अलग-अलग बसों से गोंदिया और नागपुर के लिए रवाना हुए. जहां से सभी किसान एक साथ छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस से दिल्ली के लिए देर रात्रि में रवाना होंगे. जहां वे 24 जनवरी को किसान आंदोलन में शामिल होकर 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली में शामिल होंगे.