बालाघाट। वारासिवनी वन परिक्षेत्र अंतर्गत कोचेवाही में दुर्लभ वन्य प्राणी पैंगोलिन की तस्करी करने वाले तीन आरोपियों को वन अमले ने पकड़ लिया है. बताया जा रहा है कि पकड़े गए आरोपी पैंगोलिंस को बेचने की फिराक में थे लेकिन वन अमले ने मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई की और गिरफ्तार कर लिया. सूचना मिलते ही वन अमला मौके के लिए रवाना हो गया. जिसके बाद मौके पर पहुंचे वन अमले ने खुद ग्राहक बनकर पैंगोलिन सहित मुख्य आरोपी को दबोच लिया.
ग्राहक बनकर पकड़े आरोपी
मामले की जानकारी लगते ही वन परिक्षेत्र अधिकारी यशपाल मेहरा ने बताया कि लगभग 6-7 दिनों से मुखबिर से सूचना मिली थी कि वन परिक्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत कोचेवाही में एक युवक पैंगोलिन को बेचने की फिराक में घूम रहा है. जिसके बाद उच्च अधिकारियों ने तत्काल मौके पर वन कर्मी की एक टीम ग्राहक बनाकर भेजी, मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने वहां मुख्य आरोपी रजनेश नन्दागोली को उसी के घर से पैंगोलिन के साथ गिरफ्तार किया. वन विभाग आरोपी को कार्यालय में लाया गया, आरोपी ने कड़ी पूछताछ में अपने अन्य 5-6 आरोपी का नाम बताया, जिसके बाद वन टीम ने बताए गए आरोपी में से और दो आरोपी मीना नन्दागोली और अशोक बिसेन को तत्काल उनके घर से पकड़ लिया.
रेंजर मेहरा ने बताया, 'सूचना मिलने के तुरंत बाद हमने मुख्य आरोपी रजनेश नन्दागोली से पैंगोलिन को खरीदने का सौदा किया, उसने इसकी कीमत लगभग 3 लाख 50 हजार रुपये रखी थी. विभाग के कर्मचारी एक बैग में नीचे कागज और ऊपर कुछ नोट रखकर लेकर आरोपी के पास गए, आरोपी ने जैसे ही रुपये से भरा बैग अपने हाथ में थामा हमारी टीम ने उसे को पकड़ लिया.'
पैंगोलिन की कीमत 1 करोड़ रुपये
पुलिस ने बताया, 'ये बदमाश दुर्लभ वन्य प्राणी पैंगोलिन को पकड़कर बेचते थे. ग्रामीणों से सूचना मिली कि आरोपी महिला मीना नन्दागोली ये पहले भी पैंगोलिन बेचने के मामले में लिप्त रही है. इस पैंगोलिन की कीमत लगभग एक करोड़ रुपये है. वन विभाग की टीम ने इन आरोपी को पकड़ने में बड़ी सफलता हासिल की है.लगातार हमारी टीम द्वारा ऐसे आरोपी को पकड़ा जा रहा है, इस मामले में और भी कुछ आरोपी हैं, जिनकी तलाश की जा रही.'