अशोकनगर। गुरूवार की सुबह से अचानक शुरू हुई बारिश के कारण कई खरीदी केंद्रों पर रखी चने की फसल पूरी तरह से पानी से बर्बाद हो गई है. क्योंकि खरीदी केंद्रों पर संचालकों ने बारिश से बचने के कोई इंतजाम नहीं किए थे. चने का परिवहन भी धीमा होने के कारण केंद्र संचालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था.
जहां मध्य प्रदेश सरकार किसानों की फसलों को उचित दाम में खरीदने का प्रयास कर रही है. वहीं शासन के नुमाइंदे अपनी ही सरकार की योजनाओं को पलीता लगाते देखे जा रहे हैं. ऐसा ही मामला अशोकनगर की खरीदी केंद्रों पर देखने को मिला. जहां गुरूवार को सुबह से ही तेज बारिश होने के बाद बोरों में भरी चने की फसल पानी से तरबतर हो गई और यह चने अब अंकुरित होने की कगार पर भी आ चुके हैं. शासन द्वारा चने की खरीदी शुरू की गई थी. लेकिन संचालकों ने बारिश के मौसम को देखते हुए कोई ठोस इंतजाम खरीदी केंद्रों पर नहीं किए. जिसका नतीजा देखने को मिला की खरीदी केंद्रों पर बोरों में भरे चने के बोरों में पानी भर गया. जिसके कारण चने अंकुरित होने की कगार पर हैं.
कई खरीदी केंद्र खेतों में बनाए गए हैं, जिससे विभाग की लापरवाही का नतीजा भी देखने को मिला है. केंद्रों पर अनाज का परिवहन नहीं होने के कारण बड़ी संख्या में खरीदी गई फसल खेतों में ही पड़ी है.
जिसके बाद बारिश के बाद संचालक केंद्रों पर रखे अनाज को पानी से नहीं बचा सके और सैकड़ों क्विंटल अनाज पानी में भीग गया. लगातार बारिश होने के कारण खेतों की मिट्टी भी फूल गई, जिसके कारण कीचड़ हो गया है. जहां से लगभग 3 दिन तक परिवहन नहीं हो सकेगा और ना ही किसान खरीदी केंद्रों तक पहुंच पाएंगे. जिसका खामियाजा किसान और संचालकों को भुगतना पड़ेगा.