रतलाम: मंगलवार को कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई के दौरान एक कोटवार परिवार ने जिला प्रशासन से इच्छा मृत्यु की मांग की. जमीन पर अवैध कब्जे की शिकायत पर कार्यवाही नहीं किए जाने से परेशान होकर ये मांग की है. उनका आरोप है कि उन्हें मिली सरकारी जमीन पर कुछ दबंगों ने कब्जा कर लिया है. जिससे उनके भरण-पोषण के लाले पड़ गए हैं. लगातार शिकायत कर रहे हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं हो रहा है. इसलिए या तो प्रशासन उन्हें न्याय दिलाए या उन्हें इच्छामृत्यु की अनुमति दे.
सरकार द्वारा मिली जमीन पर अवैध कब्जे का आरोप
मंगलवार को रतलाम कलेक्ट्रेट में जनसुनवाई चल रही थी. इसी दौरान रामनगर निवासी एक परिवार अपनी शिकायत लेकर पहुंचा. जिसमें 2 महिलाएं और एक बच्ची थी. उन्होंने जिला प्रशासन से इच्छामृत्यु की मांग की. दरअसल, उनका आरोप है कि उनके परिवार के सदस्य नाथू भील जो कि कोटवार थे. कुछ साल पहले उनकी मृत्यु हो गई थी. जिसके बाद सरकार द्वारा दी गई उनकी खेती की जमीन पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर लिया है. जिस वजह से उनके भरण-पोषण के लाले पड़ गए हैं. कब्जा खाली कराने के लिए उन्होंने कई बार शिकायत की, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई.
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कलेक्टर ने मामले की जांच का तुरंत दिया आदेश
जनसुनवाई में पहुंचे परिजन ने प्रशासन से मांग की है कि या तो उन्हें न्याय दिलाया जाए या प्रशासन उन्हें इच्छामृत्यु की अनुमति दे दे. नाथू भील की मृत्यु के बाद वह जमीन उनके जीविका का सहारा थी. एसडीएम अनिल भाना ने पीड़ित परिवार से चर्चा कर समझाइश दी. वहीं, अपर कलेक्टर शालिनी श्रीवास्तव ने मामले को संज्ञान में लेते हुए कहा, "मामले की जांच की जाएगी और यदि उनका आरोप सही पाया जाएगा तो उचित कार्रवाई की जाएगी" उन्होंने तत्काल सिटी एसडीएम को मौके पर जाकर मामले की जांच का आदेश दिया.