शहडोल: प्रयागराज महाकुंभ में स्नान के लिए हर दिन बड़ी संख्या में देश-विदेश से श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. महाकुंभ का पहला अमृत स्नान 14 जनवरी को हो चुका है और दूसरा अमृत स्नान 29 जनवरी को होगा. बता दें कि 29 जनवरी को मौनी अमावस्या है और इस दिन फिर से श्रद्धालुओं की प्रयागराज में भीड़ उमड़ने वाली है. गंगाजी में स्नान करने के लिए फिर से काफी संख्या में यहां श्रद्धालु स्नान के लिए पहुंचेंगे. ऐसे में जो लोग प्रयागराज नहीं जा पा रहे हैं, अपने घर में ही हैं, वो किस तरह से स्नान करें, तो उतना ही पुण्य लाभ मिलेगा, जानते हैं ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री से.
नहीं जा पा रहे प्रयागराज तो ऐसे करें स्नान
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि "मौनी अमावस्या के दिन वैसे तो गंगाजी में स्नान करने से विशेष फल मिलता है लेकिन अगर किसी कारणवश आप प्रयागराज नहीं जा पा रहे हैं, गंगा जी में स्नान नहीं कर पा रहे हैं, तो उसके लिए विधान है कि अपने घर में कुएं से ताजा पानी निकाल लें, उसमें थोड़ा गंगाजल मिला लें, और गंगा जी का स्मरण करते हुए स्नान करें तो उतना ही पुण्य फल मिलता है. स्नान के बाद माता गंगा को प्रणाम करें, उन्हें याद करें, सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित करें, पूजा करें और जो कुछ दान पुण्य कर सकते हैं वो दान पुण्य भी करें.
आसपास की नदियों में कर सकते हैं स्नान
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि जो लोग नदियों तक, बहते हुए पानी तक जा सकते हैं, ऐसे जातक अपने घर के आस-पास किसी बहते हुए जल के पास जाएं. यहां पहुंचकर नदियों में जाएं और वहां पर थोड़ा सा गंगाजल डाल दें और गंगा मैया को प्रणाम करें, और वहां स्नान करें इसके बाद फिर सूर्य को बहते जल में ही खड़े होकर अर्घ्य दें और उनका स्मरण करें तो उतना ही फल मिलता है, सुख शांति मिलती है. ऐसा करने से जातकों के सारे पाप कट जाते हैं और पुण्य के भागीदार होते हैं.
- शाही स्नान से कहीं हो न जाएं वंचित!, महाकुंभ जाने वाली ट्रेनें हो रही हैं लेट, ये है बड़ी वजह
- मौनी अमावस्या पर अगर कर लिया ये काम, तो होगा लाभ ही लाभ, जनिये क्या करें, क्या न करें ?
मौनी अमावस्या के दिन जलाएं दीपक
ज्योतिष आचार्य पंडित सुशील शुक्ला शास्त्री बताते हैं कि मौनी अमावस्या के दिन घर के मुख्य द्वार पर तिल के तेल का दीपक लगाने का भी बहुत ज्यादा महत्व होता है, ऐसा करने से घर में सुख और खुशहाली आती है. शनि राहु केतु से रिलेटेड जो दोष होते हैं उसका भी निवारण होता है.