अनूपपुर। पूरी दुनिया और देश कोरोना संकट से जूझ रहा है. केंद्र और राज्य सरकार पूरी जद्दोजहद से जनता को संकट से उबारने में लगी हुई है. वहीं अनुपपुर जिले में पसान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज और प्राथमिक जांच के लिए ना तो डॉक्टर उपलब्ध हैं और ना ही चेकअप की कोई सुविधा स्वास्थ्य केंद्र में हैं. करोना संकट के बीच जनता को सुविधा पहुंचाने के लिए घर-घर तक आपातकाल की सुविधा दे रही है.
अनूपपुर जिले के 10 हजार से ज्यादा की आबादी के क्षेत्र में एकमात्र प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भी पूरी तरह बदहाली की स्थिति में है. बताया जाता रहा है कि विगत कई सप्ताह से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में ना कोई डॉक्टर और ना ही कोई नर्स है. यहां स्थित मरीजों के लिए बिस्तर भी गायब है. प्राथमिक सुविधा का अभाव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पसान अपनी बदहाली के आंसू रो रहा है.
स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर महीनों से गायब हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर के विकल्प के रूप में अब तक कोई भी पदस्थापना नहीं की है. ना ही कोई प्राथमिक सुविधा या कोई जांच की सुविधा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पसान में उपलब्ध कराई है. ना बिजली ना पानी ना डॉक्टर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पसान में सरकार द्वारा इमारतें तो खड़ी कर दी गई हैं. स्वास्थ्य केंद्र की इमारतों में बिजली की व्यवस्था के लिए लाइट पंखे व अन्य सुविधा भी दी गई है लेकिन बिजली का कनेक्शन लेना भूल गई है.
यही कारण रहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मैं अब तक विद्युत सप्लाई नहीं पहुंच पाई है. ना तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में साफ सफाई व पीने के लिए पानी की कोई सुविधा उपलब्ध है. स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही रवैये के चलते प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र दिन-ब-दिन बद से बदतर होता जा रहा है. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 10 हजार की आबादी के बीच पसान प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एकमात्र स्वास्थ्य केंद्र है. वहीं एक दिसंबर 2019 को इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन तत्कालीन विधायक विशाल राज सिंह द्वारा किया गया था. तब से अब तक स्वास्थ्य विभाग ने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की ओर कोई भी ध्यान नहीं दिया है. यही कारण है कि स्वास्थ्य केंद्र अपनी ही बदहाल स्थिति पर रो रहा है.