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एलिवेटेड कॉरिडोर से बदलेगी सागर की सूरत! दिसंबर 2022 में पूरा होगा निर्माण

सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा नए और पुराने शहर के बीच एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जा रहा है. इसकी वजह से पुराने शहर में यातायात की दिक्कतों का लोगों को जो सामना करना पड़ता है, उससे निजात मिलेगी. क्या है इस कॉरिडोर की खासियत पढ़िए यहां. (Sagar will change with Elevated Corridor)

Sagar Elevated Corridor
सागर एलिवेटेड कॉरिडोर
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Published : Feb 16, 2022, 10:43 PM IST

सागर। सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड लाखा बंजारा झील के सहारे एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण कर रही है. यह पुराने और नए शहर को जोड़ने के साथ-साथ शहर के भीतर यातायात के दबाव को कम करने का भी काम करेगा. एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण के बाद जहां पुराना सागर और नया सागर आपस में जुड़ जाएगा, तो वहीं शहर की घनी बस्तियों में बनने वाली ट्रैफिक जाम की स्थिति से मुक्ति मिलेगी. फिलहाल एलिवेटेड कॉरिडोर का 30 फीसदी काम हो चुका है, और दिसंबर 2022 में निर्माण कार्य पूरा होने की संभावना है. (Elevated Corridor construction work)

एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण कार्य

ट्रैफिक की समस्या से मिलेगा निजात
पुराने सागर शहर की बात करें तो परकोटा से लेकर कटरा बाजार, बड़ा बाजार और तीन बत्ती जैसे इलाके में बुनियादी सुविधाओं के अभाव में ट्रैफिक जाम की समस्या लगातार बनी रहती है. नया शहर विकसित होता गया, लेकिन पुराने शहर को व्यवस्थित करने में योजना के अभाव के चलते समस्या लगातार बढ़ती गई. इसकी वजह से पुराने शहर में यातायात का दबाव काफी बढ़ गया है. सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा कराए गए सर्वे और अध्ययन में सामने आया है कि, नए शहर और पुराने शहर को जोड़ने के लिए ऐसी कोई सड़क बनाई जाए, जो यातायात के दबाव वाले क्षेत्रों से ना गुजरे. इस कॉरिडोर की वजह से शहर का 46 प्रतिशत यातायात दबाव कम हो जाएगा.

एलिवेटेड कॉरिडोर की क्या है खासियत
सागर शहर के बीच में ऐतिहासिक लाखा बंजारा झील है, जिसके एक तरफ पुराना सागर बसा हुआ है, तो वहीं दूसरे तरफ नया सागर बसा हुआ है. इसी वजह से स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने तय किया है कि झील के चकरा घाट से लेकर झील के सहारे बस स्टैंड के पास दीनदयाल चौराहे तक ऐलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा. इससे ट्रैफिक की समस्या से निजात मिलेगी. इसके अलावा पुराने और नए शहर को जोड़ने वाली झील के सहारे बनने वाली खूबसूरत सड़क आकर्षण का केंद्र भी होगी. (Sagar will change with Elevated Corridor)

  • एलिवेटेड कॉरिडोर के प्रथम चरण की लंबाई 1200 मीटर है.
  • भविष्य में एलिवेटेड कॉरिडोर को तालाब के बीच बनी रोटरी के सहारे बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से भी जोड़ने का प्रस्ताव रखा जाएगा.
  • फिलहाल 1.2 किलोमीटर का एलिवेटेड कॉरिडोर 14 मीटर चौड़ा होगा.
  • एलिवेटेड कॉरिडोर पर खूबसूरत लाइटिंग की जाएगी.
  • अभी तक एलिवेटेड कॉरिडोर का करीब 30 फ़ीसदी काम हो चुका है.
  • एलिवेटेड कॉरिडोर को लेकर तालाब में 39 फीट गहरे पिलर बनाए जा रहे हैं.
    एलिवेटेड रोड से बदलेगी ग्वालियर की सूरत! 850 करोड़ की लागत से बन रही रोड से कम होगा यातायात दबाव

नया और पुराना शहर होगा इस खूबसूरत कॉरिडोर से कनेक्ट
सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ राहुल सिंह का कहना है कि पुराने शहर में बढ़ रहे यातायात के दबाव को देखते हुए बड़े लंबे समय से एलिवेटेड कॉरिडोर की मांग चली आ रही थी. इस मांग को देखते हुए सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड चकरा घाट से लेकर दीनदयाल चौराहे तक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का काम शुरू किया गया है. ऐसे एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण से नया शहर और पुराना शहर बेहतर तरीके से कनेक्ट होगा.

सागर। सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड लाखा बंजारा झील के सहारे एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण कर रही है. यह पुराने और नए शहर को जोड़ने के साथ-साथ शहर के भीतर यातायात के दबाव को कम करने का भी काम करेगा. एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण के बाद जहां पुराना सागर और नया सागर आपस में जुड़ जाएगा, तो वहीं शहर की घनी बस्तियों में बनने वाली ट्रैफिक जाम की स्थिति से मुक्ति मिलेगी. फिलहाल एलिवेटेड कॉरिडोर का 30 फीसदी काम हो चुका है, और दिसंबर 2022 में निर्माण कार्य पूरा होने की संभावना है. (Elevated Corridor construction work)

एलिवेटेड कॉरिडोर निर्माण कार्य

ट्रैफिक की समस्या से मिलेगा निजात
पुराने सागर शहर की बात करें तो परकोटा से लेकर कटरा बाजार, बड़ा बाजार और तीन बत्ती जैसे इलाके में बुनियादी सुविधाओं के अभाव में ट्रैफिक जाम की समस्या लगातार बनी रहती है. नया शहर विकसित होता गया, लेकिन पुराने शहर को व्यवस्थित करने में योजना के अभाव के चलते समस्या लगातार बढ़ती गई. इसकी वजह से पुराने शहर में यातायात का दबाव काफी बढ़ गया है. सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा कराए गए सर्वे और अध्ययन में सामने आया है कि, नए शहर और पुराने शहर को जोड़ने के लिए ऐसी कोई सड़क बनाई जाए, जो यातायात के दबाव वाले क्षेत्रों से ना गुजरे. इस कॉरिडोर की वजह से शहर का 46 प्रतिशत यातायात दबाव कम हो जाएगा.

एलिवेटेड कॉरिडोर की क्या है खासियत
सागर शहर के बीच में ऐतिहासिक लाखा बंजारा झील है, जिसके एक तरफ पुराना सागर बसा हुआ है, तो वहीं दूसरे तरफ नया सागर बसा हुआ है. इसी वजह से स्मार्ट सिटी लिमिटेड ने तय किया है कि झील के चकरा घाट से लेकर झील के सहारे बस स्टैंड के पास दीनदयाल चौराहे तक ऐलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा. इससे ट्रैफिक की समस्या से निजात मिलेगी. इसके अलावा पुराने और नए शहर को जोड़ने वाली झील के सहारे बनने वाली खूबसूरत सड़क आकर्षण का केंद्र भी होगी. (Sagar will change with Elevated Corridor)

  • एलिवेटेड कॉरिडोर के प्रथम चरण की लंबाई 1200 मीटर है.
  • भविष्य में एलिवेटेड कॉरिडोर को तालाब के बीच बनी रोटरी के सहारे बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज से भी जोड़ने का प्रस्ताव रखा जाएगा.
  • फिलहाल 1.2 किलोमीटर का एलिवेटेड कॉरिडोर 14 मीटर चौड़ा होगा.
  • एलिवेटेड कॉरिडोर पर खूबसूरत लाइटिंग की जाएगी.
  • अभी तक एलिवेटेड कॉरिडोर का करीब 30 फ़ीसदी काम हो चुका है.
  • एलिवेटेड कॉरिडोर को लेकर तालाब में 39 फीट गहरे पिलर बनाए जा रहे हैं.
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नया और पुराना शहर होगा इस खूबसूरत कॉरिडोर से कनेक्ट
सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ राहुल सिंह का कहना है कि पुराने शहर में बढ़ रहे यातायात के दबाव को देखते हुए बड़े लंबे समय से एलिवेटेड कॉरिडोर की मांग चली आ रही थी. इस मांग को देखते हुए सागर स्मार्ट सिटी लिमिटेड चकरा घाट से लेकर दीनदयाल चौराहे तक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने का काम शुरू किया गया है. ऐसे एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण से नया शहर और पुराना शहर बेहतर तरीके से कनेक्ट होगा.

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